दिल्ली में बीएमडब्ल्यू दुर्घटना: उप सचिव की मौत, चालक गिरफ्तार

दिल्ली में एक जानलेवा बीएमडब्ल्यू दुर्घटना में उप सचिव नवजोत सिंह की मौत हो गई, जबकि उनकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हैं। चालक गगनप्रीत कौर को गिरफ्तार किया गया है। यह घटना रिंग रोड पर हुई, जब तेज़ रफ्तार कार ने दंपति की मोटरसाइकिल को टक्कर मारी। परिवार न्याय की मांग कर रहा है, और पुलिस मामले की जांच कर रही है। जानें इस घटना के सभी पहलुओं के बारे में।
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दिल्ली में बीएमडब्ल्यू दुर्घटना: उप सचिव की मौत, चालक गिरफ्तार

दिल्ली में हुई जानलेवा दुर्घटना

रविवार को दोपहर में एक भयानक सड़क हादसे में शामिल बीएमडब्ल्यू की चालक गगनप्रीत कौर को गिरफ्तार किया गया है। इस दुर्घटना में आर्थिक मामलों के विभाग के उप सचिव नवजोत सिंह की मृत्यु हो गई, जबकि उनकी पत्नी संदीप कौर गंभीर रूप से घायल हो गईं। यह घटना रिंग रोड पर धौला कुआं के निकट हुई, जब तेज़ रफ्तार बीएमडब्ल्यू ने दंपति की मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी।


गिरफ्तारी की जानकारी

विभिन्न मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, दिल्ली पुलिस ने गगनप्रीत को जीटीबी नगर स्थित न्यूलाइफ अस्पताल में गिरफ्तार किया, जहां वह और उनके पति दोनों दुर्घटना के बाद भर्ती हुए थे। नवजोत और संदीप भी उसी अस्पताल में थे, जहां नवजोत की बाद में मृत्यु हो गई।


दुर्घटना के समय की स्थिति

गगनप्रीत की उम्र 38 वर्ष है और उनकी शादी 40 वर्षीय परीक्षित मक्कड़ से हुई है, जो उस समय उनके साथ कार में मौजूद थे। यह दंपति गुरुग्राम में रहकर लग्ज़री उत्पादों का व्यवसाय करते हैं। परीक्षित का नाम भी एफआईआर में शामिल किया गया है।


दुर्घटना का विवरण

नवजोत सिंह केंद्रीय वित्त मंत्रालय में उप सचिव के रूप में कार्यरत थे। उन्होंने अपनी पत्नी के साथ बंगला साहिब गुरुद्वारा में दर्शन किए और बाद में आरके पुरम स्थित कर्नाटक भवन में दोपहर का भोजन किया। घर लौटते समय यह दुर्घटना हुई। संदीप ने पुलिस को बताया कि बीएमडब्ल्यू तेज गति से चल रही थी और उनकी बाइक को पीछे से टक्कर मारने के बाद पलट गई।


अस्पताल में ले जाने की प्रक्रिया

नवजोत और संदीप को एक वैन में अस्पताल ले जाया गया, जिसमें गगनप्रीत भी मौजूद थीं। संदीप ने पुलिस को बताया कि उन्होंने गगनप्रीत से उन्हें नज़दीकी अस्पताल ले जाने के लिए कहा, लेकिन गगनप्रीत ने वैन चालक को न्यूलाइफ अस्पताल ले जाने के लिए कहा, जो दुर्घटनास्थल से लगभग 19 किलोमीटर दूर था।


संभावित दबाव की जांच

पुलिस सूत्रों के अनुसार, गगनप्रीत के पिता अस्पताल के सह-मालिक हैं, और यह जांच की जा रही है कि क्या मामले को दबाने की कोशिश की गई थी। अस्पताल के अधिकारियों ने कहा है कि सभी नियमों का पालन किया गया, लेकिन गगनप्रीत के अस्पताल मालिकों से संबंध की पुष्टि नहीं की। पुलिस को संदेह है कि गगनप्रीत ने सबूतों के साथ छेड़छाड़ करने के इरादे से नवजोत और संदीप को न्यूलाइफ अस्पताल ले जाने का निर्णय लिया।


परिवार की न्याय की मांग

सिंह परिवार ने न्याय की मांग को लेकर आवाज उठाई है, और रिश्तेदारों ने दुर्घटना के बाद दंपति के साथ हुए व्यवहार पर नाराजगी व्यक्त की है। सिंह की भाभी ने मीडिया से कहा, "हम सदमे में हैं। अगर मेरे देवर को पास के अस्पताल ले जाया जाता, तो उनकी जान बच सकती थी। हम उनके और मेरी भाभी, जिनकी हालत भी गंभीर है, के लिए न्याय चाहते हैं।"