दिल्ली में प्रबंधन संस्थान के निदेशक पर यौन उत्पीड़न के आरोप

दिल्ली के एक प्रबंधन संस्थान में स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती पर छात्राओं के यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगे हैं। एक 21 वर्षीय छात्रा ने एफआईआर में बताया कि आरोपी ने उसे अश्लील संदेश भेजे और उसके रूप-रंग पर टिप्पणी की। जांच में सामने आया है कि चैतन्यानंद ने कई छात्राओं को विदेश यात्रा का लालच देकर यौन उत्पीड़न किया। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपी के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
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दिल्ली में प्रबंधन संस्थान के निदेशक पर यौन उत्पीड़न के आरोप

दिल्ली के प्रबंधन संस्थान में यौन उत्पीड़न का मामला

"मेरे कमरे में आओ... मैं तुम्हें विदेश घुमाने ले चलूँगा, तुम्हें कुछ भी खर्च नहीं करना पड़ेगा", "बेबी, आई लव यू" - ये अश्लील संदेश 'स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती' ने दिल्ली के वसंत कुंज में एक निजी प्रबंधन संस्थान में काम कर रही युवतियों को भेजे थे। श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट की 50 महिलाओं के मोबाइल पर मिले व्हाट्सएप संदेशों ने पिछले 16 वर्षों में दर्जनों महिलाओं के साथ हुए दुर्व्यवहार का खुलासा किया है, जिसमें अश्लील संदेश और जबरन शारीरिक संपर्क शामिल हैं।


छात्रा द्वारा भेजे गए अश्लील संदेशों का खुलासा

दिल्ली के एक प्रबंधन संस्थान में छेड़छाड़ के मामले की जांच के दौरान, एक 21 वर्षीय छात्रा ने बताया कि कैसे आरोपी 62 वर्षीय स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती ने उसे आपत्तिजनक संदेश भेजे और उसके रूप-रंग पर टिप्पणी की। रिपोर्ट के अनुसार, छात्रा ने एफआईआर में कहा कि उसने पहली बार पिछले साल आरोपी से बातचीत की थी, जब वह संस्थान के कुलाधिपति थे।


अपनी शिकायत में, छात्रा ने आरोप लगाया कि चैतन्यानंद ने पहली मुलाकात के दौरान उसे "अजीब" नजरों से देखा। उसने बताया कि कुछ चोटें लगने के बाद उसने अपनी मेडिकल रिपोर्ट साझा करने के लिए उसे संदेश भेजा, जिसका जवाब आरोपी ने रात के समय दिया।


महिला ने आरोप लगाया कि एक संदेश में लिखा था, "बेबी, मैं तुमसे प्यार करता हूँ। तुम आज बहुत खूबसूरत लग रही हो।" उसने उसके बालों की भी तारीफ की। इसके अलावा, महिला ने कहा कि आरोपी ने अपने पिछले संदेश को एक अलग संदेश में टैग किया और उसे जवाब देने के लिए कहा। जब उसने इस बारे में एसोसिएट डीन को बताया, तो उसे जवाब देने के लिए कहा गया।


आरोपी के अन्य आपत्तिजनक संदेश

एक संदेश में 'स्वामी चैतन्यानंद' एक महिला को धन का लालच देकर उसे लुभाता है। दूसरे संदेश में वह किसी और को कम अंक देने की धमकी देता है; "...अगर तुम मेरी बात नहीं मानोगी, तो मैं तुम्हें फेल कर दूँगा..." पुलिस का मानना है कि ओडिशा के पार्थसारथी में जन्मा 'स्वामी चैतन्यानंद' कम से कम 16 वर्षों से महिलाओं को अपना शिकार बना रहा है।


एफआईआर में दर्ज आरोप

सीएनएन-न्यूज18 द्वारा प्राप्त एफआईआर के अनुसार, चैतन्यानंद ने संस्थान में छात्राओं, विशेषकर आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की छात्राओं का यौन उत्पीड़न किया। एफआईआर में कहा गया है कि कई छात्राओं को उसके साथ विदेश यात्राओं पर जाने के लिए मजबूर किया जाता था, जहाँ उन्हें देर रात उसके कमरे में आने के लिए कहा जाता था।


जिन छात्राओं ने उसके अनुरोध को ठुकराया, उन्हें उनकी डिग्रियाँ और दस्तावेज़ वापस लेने की धमकी दी गई। एफआईआर में डीन की सहयोगी श्वेता और दो अन्य को भी नामजद किया गया है।


पुलिस की कार्रवाई

दिल्ली के वसंत कुंज स्थित एक निजी प्रबंधन संस्थान के एक स्वयंभू धर्मगुरु पर 17 छात्राओं का यौन उत्पीड़न करने का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए कई टीमें बनाई हैं और उसे देश से भागने से रोकने के लिए एक लुकआउट सर्कुलर भी जारी किया है। राष्ट्रीय महिला आयोग ने मामले का स्वतः संज्ञान लिया है।


आरोपी के खिलाफ मामला

आरोपी के खिलाफ वसंत कुंज उत्तर पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता की धारा 75(2) (यौन उत्पीड़न), 79 (किसी महिला की गरिमा को ठेस पहुँचाने के इरादे से शब्द, हावभाव या कृत्य) और 351(2) (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया है।


सरस्वती को तीन महिला वार्डन भी मदद करती थीं, जो छात्राओं को उसकी माँगें मानने के लिए मजबूर करती थीं। आरोपी ने 28 किताबें लिखी हैं, जिनमें प्रमुख हस्तियों द्वारा लिखी गई प्रस्तावनाएँ और समीक्षाएँ शामिल हैं।