दिल्ली में प्रदूषण की गंभीर स्थिति: क्या बारिश लाएगी राहत?

दिल्ली में ठंड और कोहरे के कारण प्रदूषण की स्थिति गंभीर हो गई है, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 के पार पहुंच गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि धीमी हवा और कोहरे के कारण प्रदूषक कणों का फैलाव धीमा हो रहा है, जिससे स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ रही हैं। कुछ क्षेत्रों में AQI अति गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है। हालांकि, मौसम विभाग ने बारिश की संभावना जताई है, लेकिन क्या यह प्रदूषण में कमी लाएगी? जानें पूरी स्थिति और आगे की संभावनाएं।
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दिल्ली में प्रदूषण की गंभीर स्थिति: क्या बारिश लाएगी राहत?

दिल्ली की वायु गुणवत्ता में गिरावट

नई दिल्ली

दिल्ली में ठंड और कोहरे के कारण प्रदूषण की स्थिति और भी गंभीर हो गई है। सोमवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 400 के पार पहुंच गया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि हवा में प्रदूषक कणों की मात्रा सवा तीन गुना अधिक है। वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली के अनुसार, अगले दो दिनों में भी स्थिति में सुधार की उम्मीद नहीं है। हालांकि, बारिश की संभावना है, लेकिन क्या यह राहत देगी?

धीमी हवा और कोहरे का प्रभाव
विशेषज्ञों के अनुसार, हवा की गति इतनी कम है कि प्रदूषक कणों का फैलाव बहुत धीमा हो रहा है। कोहरा और प्रदूषण मिलकर हवा को और भी अधिक खराब कर रहे हैं, जिससे दिल्ली में स्मॉग की स्थिति बन रही है। यह विशेष रूप से सुबह और शाम के समय में अधिक स्पष्ट है, जिससे लोगों को सांस लेने में कठिनाई, गले में खराश और आंखों में जलन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

401 पर एक्यूआई
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, सोमवार शाम चार बजे दिल्ली का औसत AQI 401 अंक पर पहुंच गया, जो गंभीर श्रेणी में आता है। रविवार को यह 390 अंक था, यानी पिछले 24 घंटों में AQI में 10 अंकों की वृद्धि हुई है।

अति गंभीर श्रेणी में कुछ क्षेत्र
दिल्ली के चार क्षेत्रों में AQI अति गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है, जिनमें वजीरपुर, रोहिणी, आनंद विहार और जहांगीरपुरी शामिल हैं। वजीरपुर में AQI 462, रोहिणी में 455, जहांगीरपुरी में 459 और आनंद विहार में 455 अंक रिकॉर्ड किए गए हैं। AQI 450 से ऊपर होने पर हवा को अति गंभीर माना जाता है।

सवा तीन गुना अधिक प्रदूषण
सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार, सोमवार शाम चार बजे दिल्ली-एनसीआर में पीएम 10 कणों का स्तर 330.5 और पीएम 2.5 कणों का स्तर 220.5 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर था। स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित स्तर पीएम 10 के लिए 100 और पीएम 2.5 के लिए 60 से कम होता है। इस प्रकार, दिल्ली-एनसीआर की हवा में मानकों से सवा तीन गुना अधिक प्रदूषक कण मौजूद हैं।

अगले दो दिन राहत की उम्मीद नहीं
वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली के अनुसार, मंगलवार और बुधवार को हवा की गति लगभग 10 किलोमीटर प्रति घंटे के आसपास रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने भी इन दिनों के लिए दिल्ली में मध्यम से घने कोहरे का येलो अलर्ट जारी किया है। इन मौसमी परिस्थितियों के कारण प्रदूषक कणों का विसर्जन धीमा रहेगा, जिससे प्रदूषण में कमी की उम्मीद नहीं है।

बारिश से मिल सकती है राहत
मौसम विभाग के अनुसार, 1 जनवरी को दिल्ली और एनसीआर के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है। हालांकि, यह पर्याप्त नहीं होगी। मौसम विज्ञानियों का मानना है कि यदि बारिश के बाद हवा की गति तेज होती है, तो इससे प्रदूषण में काफी कमी आ सकती है। 2, 3 और 4 जनवरी को हवा की गति 10 से 15 किलोमीटर प्रति घंटे तक बढ़ सकती है, जो राहत का संकेत है।