दिल्ली में प्रदूषण का स्तर फिर से बढ़ा, AQI 'बहुत खराब' श्रेणी में

दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में प्रदूषण का स्तर फिर से 'बहुत खराब' श्रेणी में पहुंच गया है। आज सुबह AQI 311 दर्ज किया गया, जबकि पड़ोसी शहरों में भी स्थिति चिंताजनक है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में वायु गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद नहीं है। जानें इस विषय में और क्या जानकारी है और कैसे यह स्थिति प्रभावित कर रही है।
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दिल्ली में प्रदूषण का स्तर फिर से बढ़ा, AQI 'बहुत खराब' श्रेणी में

दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति

दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में धुंध की मोटी परत छाई हुई है, क्योंकि हाल के दो दिनों में मामूली सुधार के बाद, राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण का स्तर फिर से 'बहुत खराब' श्रेणी में पहुंच गया है। आज सुबह, दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 278 था, लेकिन यह फिर से 'बेहद खराब' श्रेणी में बढ़कर 311 तक पहुंच गया। बुधवार को, AQI 202 दर्ज किया गया था, जो 'खराब' श्रेणी में आता है। केंद्र के पूर्वानुमान के अनुसार, अगले छह दिनों तक शहर की वायु गुणवत्ता 'बेहद खराब' बनी रहेगी। हवा में PM2.5 प्रदूषक प्रमुख रूप से मौजूद है, जो खतरनाक AQI स्तरों में योगदान दे रहा है.


पड़ोसी शहरों की स्थिति

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम और फरीदाबाद जैसे पड़ोसी शहरों में भी AQI 'खराब' स्तर पर दर्ज किया गया है। मौसम विभाग ने बताया है कि हवा की गति धीरे-धीरे बढ़ेगी और दोपहर में उत्तर-पश्चिम दिशा से 15 किमी प्रति घंटे तक पहुंच जाएगी, लेकिन 6 नवंबर की शाम और रात के दौरान इसकी गति घटकर 10 किमी प्रति घंटे से नीचे आ जाएगी। हरियाणा में, फरीदाबाद में 24 घंटे की औसत वायु गुणवत्ता 218 के आसपास रही, जबकि मानेसर में AQI 269 रहा, जो 'खराब' श्रेणी में आता है.


AQI के आंकड़े

नोएडा और ग्रेटर नोएडा में AQI क्रमशः 257 और 228 दर्ज किया गया, जबकि गाजियाबाद में यह 266 रहा, जो सभी 'खराब' श्रेणी में आते हैं। सीपीसीबी के अनुसार, 0-50 के बीच AQI स्कोर को 'अच्छा' माना जाता है, जिसका न्यूनतम प्रभाव होता है, जबकि 51-100 को 'संतोषजनक' माना जाता है, जिसमें संवेदनशील व्यक्तियों को सांस लेने में थोड़ी परेशानी हो सकती है.