दिल्ली में पीएम मोदी ने उद्घाटन किया द्वारका एक्सप्रेसवे और UER-II

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में द्वारका एक्सप्रेसवे और शहरी विस्तार सड़क-II (UER-II) का उद्घाटन किया। इन परियोजनाओं का उद्देश्य दिल्ली और एनसीआर में यातायात को सुगम बनाना और विकास को बढ़ावा देना है। पीएम मोदी ने कचरे से बनी सड़क की विशेषता भी साझा की, जो पर्यावरण के अनुकूल है। इसके अलावा, उन्होंने दिल्ली में चल रहे अन्य विकास कार्यों की सराहना की। यह उद्घाटन दिल्ली के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
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दिल्ली में पीएम मोदी ने उद्घाटन किया द्वारका एक्सप्रेसवे और UER-II

प्रधानमंत्री का उद्घाटन समारोह

रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में दो महत्वपूर्ण परियोजनाओं, द्वारका एक्सप्रेसवे के दिल्ली खंड और शहरी विस्तार सड़क-II (UER-II), का उद्घाटन किया। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी उपस्थित थे।


दिल्ली के विकास की नई दिशा

इस मौके पर पीएम मोदी ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि ये परियोजनाएं दिल्ली के विकास के लिए एक नया अध्याय खोलेंगी। उन्होंने कहा, 'द्वारका एक्सप्रेसवे और यूईआर-II से दिल्ली, गुरुग्राम और पूरे एनसीआर के निवासियों को बहुत सुविधा मिलेगी। इससे यात्रा का समय बचेगा, जो व्यापारियों, कारोबारियों और किसानों के लिए लाभकारी होगा।'


कचरे से बनी सड़क का अनोखा पहल

पीएम मोदी ने यूईआर-II की विशेषता बताते हुए कहा, 'इस सड़क के निर्माण में लाखों टन कचरे का उपयोग किया गया है। यह दिल्ली को कचरे के पहाड़ों से मुक्त करने में सहायक होगी, क्योंकि कूड़े के ढेर को कम करके उनके वेस्ट मटेरियल का उपयोग सड़क निर्माण में किया गया है।' यह पहल 'ग्रीन दिल्ली - क्लीन दिल्ली' के सिद्धांत को और मजबूत करती है।


दिल्ली में अन्य विकास कार्य

प्रधानमंत्री ने दिल्ली की भाजपा सरकार के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में यमुना नदी की सफाई का कार्य लगातार जारी है। अब तक 16 लाख मीट्रिक टन गाद हटाई जा चुकी है। इसके अलावा, दिल्ली में 650 इलेक्ट्रिक बसें भी शुरू की गई हैं, जिनकी संख्या भविष्य में 2,000 से अधिक हो जाएगी। ये सभी प्रयास दिल्ली को एक विकसित शहर बनाने के लक्ष्य को दर्शाते हैं।


द्वारका एक्सप्रेसवे और UER-II का महत्व

द्वारका एक्सप्रेसवे और UER-II दोनों परियोजनाएं दिल्ली-एनसीआर में यातायात को सुगम बनाने और भीड़भाड़ को कम करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।


द्वारका एक्सप्रेसवे (दिल्ली खंड)

लंबाई और लागत: द्वारका एक्सप्रेसवे का दिल्ली खंड 10.1 किलोमीटर लंबा है और इसके निर्माण में लगभग 5,360 करोड़ रुपये का खर्च आया है।


उद्देश्य: यह दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर भीड़ को कम करेगा और दिल्ली और हरियाणा के बीच यात्रा को सरल बनाएगा।


विशेषताएं: यह एक 8-लेन का एलिवेटेड एक्सप्रेसवे है, जिसमें कई फ्लाईओवर और अंडरपास शामिल हैं। इसका दिल्ली खंड इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे और द्वारका के बीच बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।


शहरी विस्तार सड़क-II (UER-II)

लंबाई और लागत: UER-II की कुल लंबाई लगभग 76 किलोमीटर है, जिसमें से 54 किलोमीटर दिल्ली में और 21 किलोमीटर हरियाणा में है। इसकी कुल लागत लगभग 8,000 करोड़ रुपये है।


उद्देश्य: यह सड़क दिल्ली की तीसरी रिंग रोड के रूप में कार्य करेगी और दिल्ली के अंदरूनी हिस्सों से ट्रैफिक का बोझ कम करने में मदद करेगी। यह उत्तरी दिल्ली के अलीपुर को दक्षिणी दिल्ली के महिपालपुर से जोड़ेगी, जो रोहिणी, मुंडका, नजफगढ़ और द्वारका जैसे प्रमुख क्षेत्रों से होकर गुजरती है।


खास बात: इस सड़क के निर्माण में लाखों टन कचरे का उपयोग किया गया है, जिससे यह पर्यावरण के अनुकूल एक महत्वपूर्ण परियोजना बन गई है। यह सिंघु बॉर्डर से इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे तक के सफर को काफी कम कर देगी।