दिल्ली में नर्सरी दाखिला प्रक्रिया में महत्वपूर्ण बदलाव: जानें नई उम्र सीमा और कक्षाएं

दिल्ली में प्राइवेट स्कूलों के लिए नर्सरी दाखिला प्रक्रिया में महत्वपूर्ण बदलाव होने जा रहे हैं। शिक्षा निदेशालय ने शैक्षणिक सत्र 2026-27 के लिए नर्सरी दाखिला प्रक्रिया की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस बार नर्सरी, लोअर केजी, अपर केजी और पहली कक्षा में दाखिला के लिए आवेदन आमंत्रित किए जाएंगे। नई शिक्षा नीति के तहत, उम्र सीमा में भी बदलाव किया गया है, जिससे अभिभावकों को एक महीने की छूट का लाभ मिलेगा। जानें इस प्रक्रिया के बारे में और अधिक जानकारी।
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दिल्ली में नर्सरी दाखिला प्रक्रिया में महत्वपूर्ण बदलाव: जानें नई उम्र सीमा और कक्षाएं

दिल्ली में नर्सरी दाखिला प्रक्रिया का आगाज

दिल्ली में नर्सरी दाखिला प्रक्रिया में महत्वपूर्ण बदलाव: जानें नई उम्र सीमा और कक्षाएं

दिल्ली में नर्सरी दाखिला प्रक्रिया जल्द शुरू होने की संभावना है। Image Credit source: Media Channel


नर्सरी दाखिला प्रक्रिया: दिल्ली के प्राइवेट स्कूलों में नर्सरी में दाखिला लेना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) की तुलना में, प्राइवेट स्कूलों में बच्चों का दाखिला करना अधिक कठिन माना जाता है। इस संदर्भ में, शिक्षा निदेशालय ने शैक्षणिक सत्र 2026-27 के लिए नर्सरी दाखिला प्रक्रिया को लेकर महत्वपूर्ण अपडेट जारी किया है। जानकारी के अनुसार, शिक्षा निदेशालय ने दाखिला कार्यक्रम तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, और यह उम्मीद की जा रही है कि दिसंबर के पहले सप्ताह में कार्यक्रम की घोषणा की जाएगी।


आइए जानते हैं कि दिल्ली के प्राइवेट स्कूलों में नर्सरी कक्षाओं के लिए कितनी सीटें उपलब्ध होंगी? शिक्षा निदेशालय द्वारा दाखिला कार्यक्रम क्यों जारी किया जाता है? दाखिला प्रक्रिया कब से शुरू हो सकती है? और इस बार किस उम्र के बच्चों को कौन सी कक्षा में दाखिला मिलेगा।


1700 स्कूलों में एक लाख से अधिक सीटें

दिल्ली में लगभग 1700 प्राइवेट स्कूल हैं, जहां नर्सरी से पहली कक्षा तक दाखिला प्रक्रिया शुरू की जाती है। इसे एंट्री लेवल एडमिशन कहा जाता है। इन सभी स्कूलों में नर्सरी दाखिला प्रक्रिया के तहत एक लाख से अधिक सीटों पर एडमिशन दिया जाएगा।


शिक्षा निदेशालय का कार्यक्रम जारी करने का कारण

दिल्ली के प्राइवेट स्कूलों में नर्सरी दाखिला के लिए शिक्षा निदेशालय कार्यक्रम क्यों जारी करता है? इसका उत्तर दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले में छिपा है। दरअसल, हाईकोर्ट ने प्राइवेट स्कूलों की मनमानी को रोकने के लिए यह निर्णय लिया है कि स्कूल केवल निर्धारित मानदंडों के आधार पर ही बच्चों को नर्सरी में दाखिला दे सकते हैं। इसी के तहत शिक्षा निदेशालय को दाखिला प्रक्रिया की निगरानी करने की जिम्मेदारी दी गई है।


नर्सरी दाखिला प्रक्रिया की संभावित तिथि

शैक्षणिक सत्र 2026-27 के लिए नर्सरी दाखिला प्रक्रिया शुरू करने की तैयारियां शिक्षा निदेशालय ने शुरू कर दी हैं। संभावित रूप से, दिसंबर के पहले सप्ताह में नर्सरी दाखिला प्रक्रिया का कार्यक्रम जारी किया जा सकता है, जबकि जनवरी में आवेदन प्रक्रिया शुरू होने की संभावना है।


नर्सरी दाखिला प्रक्रिया में चार कक्षाएं

पिछले वर्षों में, नर्सरी दाखिला प्रक्रिया के तहत प्राइवेट स्कूल तीन कक्षाओं में दाखिला के लिए आवेदन आमंत्रित करते थे, जिसमें नर्सरी, केजी और पहली कक्षा शामिल थी। लेकिन इस बार, नर्सरी, लोअर केजी, अपर केजी और पहली कक्षा में दाखिला के लिए आवेदन आमंत्रित किए जाएंगे।


किस उम्र के बच्चों को कौन सी कक्षा में दाखिला

नई शिक्षा नीति 2020 के तहत, दिल्ली में आयु सीमा का नियम लागू किया गया है। अब केवल 6 साल की उम्र पूरी कर चुके बच्चों को पहली कक्षा में दाखिला दिया जाएगा। वहीं, नर्सरी में दाखिला के लिए 3 साल की उम्र पूरी कर चुके बच्चों को अनुमति होगी। इसी तरह, 4 साल के बच्चों को लोअर केजी, 5 साल के बच्चों को अपर केजी और 6 साल के बच्चों को पहली कक्षा में दाखिला मिलेगा।


आयु सीमा में छूट

दिल्ली के प्राइवेट स्कूलों में आयु सीमा के नियम में अभिभावकों को एक महीने की छूट का लाभ मिलेगा। इसका मतलब है कि किसी कक्षा में अधिकतम और न्यूनतम आयु सीमा में एक महीने की छूट दी जा सकती है। आयु सीमा की गणना 31 दिसंबर 2026 से की जाएगी।