दिल्ली में त्रासद ट्रिपल मर्डर: परिवार के सदस्यों की हत्या के पीछे का रहस्य

दिल्ली में एक दिल दहला देने वाली घटना में एक परिवार के तीन सदस्यों की हत्या कर दी गई। प्रेम सिंह, रजनी और ऋतिक की हत्या के पीछे का रहस्य जानने के लिए पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। सिद्धार्थ, जो इस हत्या का मुख्य आरोपी है, फरार है और उसकी मानसिक स्थिति को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। स्थानीय निवासियों से मिली जानकारी के अनुसार, सिद्धार्थ का मानसिक इलाज चल रहा था। इस घटना ने दिल्ली में हत्या के मामलों में बढ़ोतरी की चिंता को भी उजागर किया है।
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दिल्ली में त्रासद ट्रिपल मर्डर: परिवार के सदस्यों की हत्या के पीछे का रहस्य

दिल्ली में दिल दहला देने वाली हत्या की घटना

दिल्ली में त्रासद ट्रिपल मर्डर: परिवार के सदस्यों की हत्या के पीछे का रहस्य


दिल्ली से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक ही परिवार के तीन सदस्यों की हत्या कर दी गई। मृतकों में प्रेम सिंह (50), रजनी (45) और ऋतिक (24) शामिल हैं। यह घटना दक्षिणी दिल्ली के मैदानगड़ी क्षेत्र में हुई। पुलिस को सूचना मिलने पर तुरंत मौके पर पहुंची। सतबाड़ी खर्क गांव के हाउस नंबर 155 में एक दंपति और उनके दो बेटे रहते थे।


बुधवार को पुलिस को एक पीसीआर कॉल मिली, जिसमें बताया गया कि एक युवक ने अपना हाथ काट लिया है और घर में खून बिखरा हुआ है। कॉल करने वाले ने मदद की गुहार लगाई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और घटनास्थल पर पहुंची।


खौफनाक दृश्य: घर के अंदर का मंजर

पुलिस ने जब घर के अंदर का मंजर देखा, तो वे दंग रह गईं। पहले फ्लोर पर प्रेम सिंह और उनके बेटे ऋतिक की लाशें पड़ी थीं, जबकि दूसरे फ्लोर पर रजनी की लाश मिली, जिनका मुंह बंधा हुआ था। एक अन्य बेटा सिद्धार्थ फरार है और उस पर अपने माता-पिता और भाई की हत्या का आरोप है।


आरोप है कि सिद्धार्थ ने चाकू और ईंट-पत्थर से अपने परिवार के सदस्यों की हत्या की। इसके बाद वह मौके से भाग निकला। पुलिस ने इस त्रासद घटना की जांच शुरू कर दी है। एफएसएल और क्राइम टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और सबूत जुटाए।


स्थानीय लोगों की जानकारी

पुलिस ने स्थानीय निवासियों से पूछताछ की, जिन्होंने बताया कि सिद्धार्थ का मानसिक इलाज चल रहा था। घर की तलाशी के दौरान, पुलिस ने सिद्धार्थ के इलाज से संबंधित दस्तावेज और दवाइयां बरामद की हैं।


इन दस्तावेजों से पता चलता है कि सिद्धार्थ पिछले 12 वर्षों से मानसिक स्वास्थ्य संस्थानों में इलाज करा रहा था। वह ओसीडी और आक्रामक व्यवहार का शिकार था। स्थानीय लोगों ने बताया कि उसकी मानसिक समस्याओं के कारण वह अपने परिवार से दूर रहता था।


पुलिस की प्रतिक्रिया

पुलिस ने बताया कि पड़ोसियों ने घर से आ रही बदबू की सूचना दी थी। जब वे मौके पर पहुंचे, तो उन्हें घटना की जानकारी मिली। तीनों मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और जांच प्रक्रिया तेज कर दी गई है।


दिल्ली में हत्या के मामलों में पिछले साल की तुलना में इस साल मामूली वृद्धि देखी गई है। 2024 के पहले छह महीनों में 241 हत्या के मामले सामने आए थे, जबकि 2025 में यह संख्या बढ़कर 250 हो गई है।