दिल्ली में खाद्य सुरक्षा को लेकर स्वास्थ्य मंत्री का सख्त निर्देश

स्वास्थ्य मंत्री की बैठक

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह
त्योहारों के दौरान खाद्य पदार्थों में मिलावट की घटनाएं आम हैं। इस संदर्भ में, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह ने सोमवार (6 अक्टूबर) को खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की।
बैठक में, स्वास्थ्य मंत्री ने फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट को निर्देशित किया कि त्योहारों के दौरान बिकने वाले खाद्य पदार्थों की सुरक्षा और स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली भर में व्यापक निरीक्षण अभियान चलाया जाए। स्वास्थ्य विभाग और फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट की टीमें मिलावटखोरों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही हैं।
खाद्य पदार्थों की जांच
डॉ. पंकज कुमार सिंह ने बताया कि निरीक्षण अभियान के दौरान अधिकारियों ने 20 खाद्य पदार्थों के नमूने एकत्रित किए हैं, जिनमें पनीर, खोया, मिठाई और मसाले शामिल हैं। ये नमूने दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों और मंडियों से लिए गए हैं। इसके अलावा, नॉन-वेज उत्पादों के 139 नमूने भी जांच के लिए एकत्र किए गए हैं। फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट ने आश्वासन दिया है कि सभी खाद्य वस्तुओं की निगरानी और जांच सख्ती से की जा रही है, ताकि त्योहारों के दौरान जनता के स्वास्थ्य की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
बोतल बंद पानी की जांच
स्वास्थ्य मंत्री ने निर्देश दिए हैं कि सभी ब्रांड्स के बोतल बंद पानी की भी गहनता से जांच की जाए, क्योंकि बाजार में कई मिलावटी ब्रांड सक्रिय हैं। उन्होंने कहा कि हर ब्रांड को खाद्य सुरक्षा मानकों का पालन करना अनिवार्य है। इसके साथ ही, एक ही नाम से चलने वाली मिठाई दुकानों की चेन का भी बारीकी से निरीक्षण किया जाएगा।
छापेमारी अभियान
खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों ने स्वास्थ्य मंत्री को भरोसा दिलाया कि दिल्ली में निरीक्षण और छापेमारी अभियान सख्ती से चलाया जा रहा है, जिसमें दिल्ली पुलिस का सहयोग भी मिल रहा है। अधिकारियों ने बताया कि संयुक्त निरीक्षण और प्रवर्तन की कार्रवाई में पुलिस टीमें भी सक्रिय हैं।
लापरवाही बर्दाश्त नहीं
डॉ. पंकज कुमार सिंह ने कहा कि दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता के नेतृत्व में बीजेपी सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि त्योहारों के दौरान नागरिकों को स्वच्छ, सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण खाद्य पदार्थ मिलें। उन्होंने स्पष्ट किया कि खाद्य सुरक्षा में किसी भी प्रकार की मिलावट और अधिकारियों की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।