दिल्ली में कैब चालक की गिरफ्तारी: हत्या के आरोप में संदिग्ध का खुलासा

दिल्ली पुलिस ने एक कैब चालक को गिरफ्तार किया है, जो एक व्यक्ति को गाड़ी से कुचलने और उसके शव को पूर्वी दिल्ली में फेंकने के आरोप में है। यह मामला 23 जून को सामने आया, जब पुलिस को एक व्यक्ति के बेहोश होने की सूचना मिली। जांच में पता चला कि आरोपी ने अनजाने में पीड़ित को टक्कर मारी और उसके शव को मंदिर के पास फेंक दिया। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और पुलिस की कार्रवाई के बारे में।
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दिल्ली में कैब चालक की गिरफ्तारी: हत्या के आरोप में संदिग्ध का खुलासा

दिल्ली पुलिस ने किया कैब चालक को गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस ने एक कैब चालक को गिरफ्तार किया है, जिसे एक व्यक्ति को गाड़ी से कुचलने और उसके शव को पूर्वी दिल्ली के प्रीत विहार क्षेत्र में फेंकने के आरोप में पकड़ा गया है। एक पुलिस अधिकारी ने बुधवार को इस घटना की जानकारी दी।


पुलिस के अनुसार, यह मामला 23 जून को तब सामने आया जब गुफा वाला मंदिर के पास एक व्यक्ति के बेहोश होने की सूचना मिली। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो उन्होंने व्यक्ति को मृत पाया। उसके सिर, पैरों और हाथों पर गंभीर चोटें थीं, और उसके नाक व मुंह से खून बह रहा था।


पूर्वी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त अभिषेक धनिया ने बताया कि मृतक की पहचान 28 वर्षीय रोहन कुमार के रूप में हुई, जो ईडीएमसी (पूर्वी दिल्ली नगर निगम) में अनुबंध पर पर्यवेक्षक था और शालीमार गार्डन का निवासी था। वह उस दिन सुबह काम पर जा रहा था।


पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और कई टीमों का गठन किया। डीसीपी ने कहा कि 150 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की जांच की गई, जिसमें गाज़ियाबाद बॉर्डर के पास एक संदिग्ध गाड़ी दिखाई दी, जिसकी नंबर प्लेट का कुछ हिस्सा ही नजर आया।


उन्होंने बताया कि एआई और तकनीकी निगरानी की सहायता से यह पता चला कि वाहन गुरुग्राम की एक लॉजिस्टिक्स कंपनी का है। आरोपी कपिल कुमार (31) ने शाहदरा मेट्रो स्टेशन के पास अपनी कैब खड़ी की और गिरफ्तारी से बचने के लिए अपना फोन बंद कर दिया। उसे बाद में गौतम पुरी क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया।


अधिकारी ने बताया कि पूछताछ के दौरान कपिल कुमार ने स्वीकार किया कि उसने अनजाने में एसयूवी कैब से पीड़ित को टक्कर मारी थी। उन्होंने कहा, 'अधिकारियों को सूचित करने के बजाय वह घबरा गया और उसने घायल व्यक्ति को अपने वाहन में डाल दिया। व्यक्ति की रास्ते में ही मौत हो गई, जिसके बाद कुमार ने शव को एक मंदिर के पास फेंक दिया।'