दिल्ली में कार धमाके के बाद सुरक्षा समीक्षा बैठक, दोषियों को सख्त सजा देने का आश्वासन
दिल्ली में सोमवार को हुए कार धमाके के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक उच्च स्तरीय बैठक की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हमले पर शोक व्यक्त किया और दोषियों को सख्त सजा देने का आश्वासन दिया। जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं, जिसमें एक महिला डॉक्टर का नाम शामिल है, जो इस आतंकी साजिश की महत्वपूर्ण कड़ी मानी जा रही है। सुरक्षा एजेंसियाँ इस मामले की गहराई से जांच कर रही हैं, और दिल्ली को हाई अलर्ट पर रखा गया है। यह घटना भारत की आंतरिक सुरक्षा को चुनौती देने वाली नई आतंकी रणनीति का संकेत है।
| Nov 11, 2025, 18:34 IST
दिल्ली में कार धमाके की समीक्षा
दिल्ली में सोमवार शाम को हुए कार धमाके के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक उच्च स्तरीय बैठक की। इस बैठक में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस कृत्य में शामिल सभी अपराधियों को पकड़कर कड़ी सजा दी जाए। उन्होंने एक्स (X) पर लिखा, “दिल्ली कार ब्लास्ट पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस घटना के सभी दोषियों को पकड़ने का आदेश दिया है। हमारी एजेंसियां किसी को नहीं छोड़ेंगी।”
प्रधानमंत्री का शोक और कार्रवाई का आश्वासन
भूटान दौरे पर मौजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हमले पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि “इस घटना के दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।” उन्होंने रातभर एजेंसियों से संपर्क बनाए रखा और जांच की निगरानी की। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश पीड़ित परिवारों के साथ खड़ा है और साजिशकर्ताओं को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की और कहा कि जांच एजेंसियाँ तेजी से काम कर रही हैं और “किसी भी दोषी को नहीं छोड़ा जाएगा।”
जांच में चौंकाने वाले तथ्य
जांच के दौरान कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, उत्तर प्रदेश की महिला डॉक्टर डॉ. शाहीन सईद इस आतंकी साजिश की महत्वपूर्ण कड़ी हैं। वह फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़ी हुई थीं और उन्हें पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के महिला भर्ती प्रकोष्ठ की स्थापना का कार्य सौंपा गया था। डॉ. शाहीन के साथ तीन अन्य डॉक्टरों समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनसे लगभग 2,900 किलोग्राम विस्फोटक पदार्थ जब्त किया गया है।
धमाके के समय कार चला रहा था डॉ. उमर नबी
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि डॉ. उमर नबी, जो पुलवामा के लेथपोरा क्षेत्र के निवासी थे, धमाके के समय कार चला रहे थे। माना जा रहा है कि शाहीन सईद और उनके साथियों की गिरफ्तारी की खबर मिलने के बाद उमर ने आत्मघाती विस्फोट किया। डॉ. उमर भी अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े थे। वाहन में अमोनियम नाइट्रेट, ईंधन और डेटोनेटर पाए गए हैं, जिससे आत्मघाती हमले की संभावना को खारिज नहीं किया जा सकता।
सुरक्षा एजेंसियों की संयुक्त जांच
एनआईए, दिल्ली पुलिस और खुफिया एजेंसियाँ मिलकर जांच कर रही हैं। दिल्ली पुलिस आयुक्त सतीश गोलचा ने बताया कि गृह मंत्रालय को लगातार रिपोर्ट दी जा रही है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने उमर नबी की डीएनए पहचान के लिए उनकी माँ का सैंपल लिया है। एक अन्य आरोपी तारीक, जो कार की आपूर्ति में शामिल था, उसे हिरासत में लिया गया है। इस बीच, दिल्ली को हाई अलर्ट पर रखा गया है, सभी प्रवेश द्वारों और ट्रांज़िट हब पर जांच बढ़ा दी गई है। लाल किला मेट्रो स्टेशन बंद कर दिया गया है और आसपास यातायात को डायवर्ट किया गया है।
आंतरिक सुरक्षा को चुनौती
दिल्ली में हुआ यह धमाका केवल एक “सुरक्षा चूक” नहीं, बल्कि भारत की आंतरिक सुरक्षा को चुनौती देने वाली नई किस्म की आतंकी रणनीति का संकेत है। व्हाइट कॉलर टेरर नेटवर्क यानी शिक्षित, प्रोफेशनल और सामाजिक रूप से सम्मानित लोग जब आतंकवाद के औजार बन जाते हैं, तो यह सुरक्षा एजेंसियों के लिए सबसे कठिन मोर्चा बन जाता है। डॉक्टरों और विश्वविद्यालय से जुड़े शिक्षित वर्ग का इस साजिश में शामिल होना यह दर्शाता है कि कट्टरपंथी संगठन अब हथियारों से ज़्यादा ब्रेनवॉशिंग और साइकोलॉजिकल रिक्रूटमेंट पर ज़ोर दे रहे हैं। यह नेटवर्क न केवल सीमाओं के पार से संचालित होता है बल्कि भारत के शहरी बौद्धिक तंत्र में भी अपनी जड़ें फैलाने की कोशिश करता है।
सुरक्षा एजेंसियों की जिम्मेदारी
सरकार और एजेंसियों के लिए यह समय है कि वे केवल हथियारबंद आतंकवाद पर नहीं, बल्कि “सॉफ्ट रेडिकलाइज़ेशन” पर भी कठोर कार्रवाई करें। विश्वविद्यालयों, सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म और पेशेवर संस्थानों में छिपे ऐसे तत्वों पर निगरानी अनिवार्य है। लाल किला विस्फोट ने एक बार फिर याद दिलाया है कि दिल्ली की सुरक्षा केवल पुलिस की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि राष्ट्रव्यापी खुफिया और वैचारिक सतर्कता की मांग करती है।
