दिल्ली में अवैध झुग्गियों के खिलाफ ध्वस्तीकरण अभियान जारी
दिल्ली के अशोक विहार में अवैध झुग्गियों के खिलाफ चल रहे ध्वस्तीकरण अभियान में 200 से अधिक झुग्गियों को हटाने की योजना है। इस कार्रवाई के दौरान भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। राजनीतिक दलों के बीच इस मुद्दे पर तीखी बहस चल रही है, जिसमें आम आदमी पार्टी ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल ने भी इस पर सवाल उठाए हैं। जानें इस अभियान के पीछे की वजह और इसके संभावित प्रभाव।
Jun 16, 2025, 19:20 IST
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दिल्ली के अशोक विहार में ध्वस्तीकरण अभियान
दिल्ली के अशोक विहार क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण ध्वस्तीकरण अभियान चल रहा है, जिसमें विशेष रूप से जेलरवाला बाग में अवैध झुग्गियों को हटाने का कार्य किया जा रहा है। अधिकारियों ने संभावित विरोध को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया है और बैरिकेड्स भी लगाए गए हैं। इस अतिक्रमण विरोधी अभियान के तहत आज 200 से अधिक अवैध झुग्गियों को ध्वस्त करने की योजना है। यह कार्रवाई अदालत के आदेश के अनुसार की जा रही है, और अधिकारी यह स्पष्ट करते हैं कि पहले भी इसी प्रकार के अभियान चलाए जा चुके हैं।
यह ध्यान देने योग्य है कि पूर्व में की गई ध्वस्तीकरण कार्रवाई में विस्थापित लोगों को स्थायी डीडीए फ्लैट प्रदान किए गए थे। आज का अभियान कड़ी सुरक्षा के बीच चलाया जा रहा है ताकि निकासी के दौरान कानून व्यवस्था बनी रहे। इस बीच, इस मुद्दे पर राजनीतिक चर्चाएँ भी तेज हो गई हैं। आम आदमी पार्टी (आप) दिल्ली सरकार पर आरोप लगा रही है। दिल्ली के आप प्रमुख सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भाजपा सरकार के बुलडोज़र का विरोध करने पर पूर्व विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी को पुलिस ने हिरासत में लिया। भाजपा सरकार लगातार गरीबों के घरों को ध्वस्त कर रही है।
इसके बाद, आप प्रमुख और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर हमला किया है। केजरीवाल ने सोशल मीडिया पर लिखा कि भाजपा वास्तव में क्या चाहती है? क्या वे दिल्ली की सभी झुग्गियों को तोड़ना चाहते हैं? क्या मोदी जी ने चुनाव के समय झूठ बोला था - जहाँ झुग्गी, वहाँ मकान? एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि ‘दिल्ली पुलिस के साथ अर्द्धसैन्य बल की दो कंपनियाँ मौके पर तैनात हैं ताकि कानून एवं व्यवस्था की स्थिति को बनाए रखा जा सके।’ इस महीने में यह क्षेत्र में दूसरा ध्वस्तीकरण अभियान है। दो जून को ध्वस्तीकरण अभियान के बाद, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा था, ‘अगर किसी रेलवे लाइन पर अतिक्रमण होता है और कोई दुर्घटना होती है, तो कौन जिम्मेदार होगा?’ पिछले कुछ हफ्तों में दक्षिण-पूर्व दिल्ली में भूमिहीन कैंप और मद्रासी कैंप में भी इसी तरह के अभियान चलाए गए हैं।