दिल्ली पुलिस ने दो भाइयों को गिरफ्तार किया, लूटपाट के मामले में चौंकाने वाला खुलासा
दिल्ली पुलिस की कार्रवाई
दिल्ली पुलिस ने दो सगे भाइयों को गिरफ्तार किया है, जिनकी गतिविधियों ने पुलिस को भी चौंका दिया है। लखपति बनने का सपना अब उन्हें जेल की सलाखों के पीछे ले गया है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट…
नई दिल्ली. दिल्ली में रोजाना नए-नए मामले सामने आते हैं। हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने दिल्ली पुलिस को भी हैरान कर दिया। दो सगे भाइयों को गिरफ्तार किया गया है, जिनकी हरकतों ने पुलिस को परेशान कर दिया था। इनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस को काफी मेहनत करनी पड़ी। पिछले 4-5 दिनों से ये दोनों भाई पुलिस के लिए सिरदर्द बने हुए थे। अंततः, पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया, लेकिन इसके लिए उन्हें सीसीटीवी फुटेज और मुखबिरों की मदद लेनी पड़ी। दोनों भाइयों की उम्र 19 और 23 वर्ष है, और खास बात यह है कि वे स्कूल से ड्रॉपआउट हैं।

दिल्ली पुलिस के दक्षिण-पूर्वी जिले के जैतपुर थाने में पिछले कुछ महीनों से हड़कंप मचा हुआ था। स्थानीय लोग रोजाना पुलिस के पास इन भाइयों की शिकायत लेकर आते थे। जब लोगों ने मोटरसाइकिल पर सवार दो व्यक्तियों की शिकायत करते-करते थक गए, तब पुलिस ने कार्रवाई करने का निर्णय लिया। अंततः, पुलिस ने दोनों भाइयों को मोटरसाइकिल के साथ गिरफ्तार कर लिया। लेकिन, गिरफ्तारी के बाद जो राज खुला, उसने पुलिस को चौंका दिया।
लखपति बनने का सपना, लेकिन जेल की हवा खानी पड़ी
असल में, दिल्ली पुलिस ने इन भाइयों को मोबाइल और चेन स्नैचिंग के आरोप में पकड़ा है। दोनों ने किराना दुकान पर नौकरी छोड़कर एक बाइक खरीदी और दिल्ली की सड़कों पर लूटपाट शुरू कर दी। लूटपाट के दौरान उन्होंने एक लग्जरी लाइफ जीना शुरू कर दिया। लेकिन, 10 जनवरी को सौरभ नाम के एक व्यक्ति ने जब मोबाइल छीनने की शिकायत दर्ज कराई, तब उनकी मुश्किलें बढ़ गईं। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए झपटमारों को पकड़ने के लिए एक टीम बनाई। टीम ने तुरंत कार्रवाई की और आसपास के सीसीटीवी फुटेज का गहन विश्लेषण किया। फुटेज और गुप्त सूचना से पता चला कि मोबाइल छीनने वाले दोनों सगे भाई हैं।
दिल्ली पुलिस ने उनके संभावित ठिकानों की जांच की और अंततः उन्हें मीठापुर से गिरफ्तार कर लिया। उनकी गिरफ्तारी के साथ ही एक छीना हुआ मोबाइल फोन और लूट में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल भी बरामद की गई। पूछताछ के दौरान दोनों आरोपियों ने बताया कि वे जैतपुर में एक किराना स्टोर में हेल्पर के रूप में काम करते थे। लेकिन, अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए उन्हें मुश्किल से पैसे मिलते थे। उनके पिता एक इलेक्ट्रीशियन हैं और मां हाउस वाइफ हैं। इसलिए जल्दी पैसे कमाने के लिए उन्होंने अपराध का रास्ता अपनाया। तुषार की उम्र 23 वर्ष है और वह स्कूल ड्रॉपआउट है, जबकि शानू की उम्र 19 वर्ष है और वह भी स्कूल छोड़ चुका है। दोनों भाई एक ही किराना स्टोर पर काम करते थे.