दिल्ली के लाल किले में धमाका: सुरक्षा एजेंसियों की जांच जारी

दिल्ली के लाल किले में हाल ही में हुए धमाके ने सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है। प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि यह एक सुनियोजित आतंकी हमला हो सकता है, जो हाल की गिरफ्तारियों के बाद किया गया। फरीदाबाद में पकड़े गए आतंकी मॉड्यूल से इसके संबंध होने की संभावना है। जांच में शामिल डॉक्टर मुज़्ज़मिल और डॉक्टर आदिल से पूछताछ जारी है। एनआईए और दिल्ली पुलिस की विशेष सेल इस मामले की गहन जांच कर रही है।
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दिल्ली में हुए धमाके की पृष्ठभूमि

दिल्ली के लाल किले में हाल ही में हुए विस्फोट ने सुरक्षा एजेंसियों को चौकन्ना कर दिया है। यह घटना तब हुई जब जम्मू-कश्मीर पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों ने फरीदाबाद में 2563 किलो विस्फोटक बरामद किया था। देशभर में डॉक्टरों और अन्य संदिग्धों की गिरफ्तारी हो रही थी, जिससे यह सवाल उठता है कि क्या यह धमाका जल्दबाजी में किया गया। प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि यह एक सुनियोजित आतंकी हमला हो सकता है। विस्फोट की तीव्रता और तकनीक की पुष्टि जांच के बाद ही होगी, लेकिन विशेषज्ञ इसे उच्च तीव्रता का मान रहे हैं।


धमाके के पीछे का संभावित नेटवर्क

सूत्रों के अनुसार, इस धमाके का संबंध फरीदाबाद में पकड़े गए आतंकी मॉड्यूल से हो सकता है। यह मॉड्यूल हाल ही में विभिन्न राज्यों में सक्रिय था, जिसमें डॉक्टर मुज़्ज़मिल और डॉक्टर आदिल जैसे प्रमुख आरोपी शामिल हैं। प्रारंभिक आशंका है कि इन गिरफ्तारियों की खबर के बाद धमाका किया गया। सुरक्षा एजेंसियां यह भी जांच कर रही हैं कि विस्फोटक और रासायनिक मिश्रण किस प्रकार से तैयार किया गया था।


पुलिस की कार्रवाई और जांच

पुलिस सूत्रों के अनुसार, फरीदाबाद से लेकर गुजरात और उत्तर प्रदेश तक पिछले दो दिनों में सुरक्षाबलों की कार्रवाई जारी थी। धमाका करने वालों को डर था कि पुलिस उनके ठिकाने तक पहुंच सकती है, इसलिए उन्होंने बिना ज्यादा योजना के लाल किले पर हमला किया। डॉक्टर मुज़्ज़मिल और डॉक्टर आदिल से पूछताछ जारी है, और जांच अधिकारियों का मानना है कि ये दोनों आरोपी फरीदाबाद मॉड्यूल से सीधे जुड़े हुए हैं।


एनआईए और दिल्ली पुलिस की विशेष सेल भी इस घटना की गहन जांच कर रही है। सभी सुरागों का मिलान फरीदाबाद मॉड्यूल से किया जा रहा है, ताकि पूरे नेटवर्क और धमाके की साजिश को उजागर किया जा सके।