दिल्ली के ओखला लैंडफिल में बायोमाइनिंग का कार्य शुरू, 8,000 बांस के पौधे लगाए जाएंगे
दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने ओखला लैंडफिल में बायोमाइनिंग की शुरुआत की है, जिसमें 8,000 बांस के पौधे लगाए जाएंगे। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने लैंडफिल की ऊंचाई में कमी और कचरा हटाने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वे इस कार्य का श्रेय लेने की कोशिश कर रहे हैं। जानें इस महत्वपूर्ण परियोजना के बारे में और क्या कहा गया है।
Jun 7, 2025, 13:58 IST
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ओखला लैंडफिल में बायोमाइनिंग की शुरुआत
दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने शुक्रवार को जानकारी दी कि ओखला लैंडफिल में कचरे के बायोमाइनिंग के लिए एक एजेंसी को नियुक्त किया गया है। उन्होंने बताया कि दिसंबर तक कचरे के पहाड़ को समतल करने का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि सक्सेना ने बायोमाइनिंग के माध्यम से साफ की गई दो एकड़ भूमि पर 8,000 बांस के पौधे लगाने के अभियान का उद्घाटन किया।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का बयान
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने ओखला लैंडफिल साइट के बारे में कहा कि यह साइट 62 एकड़ में फैली हुई है और इसकी ऊंचाई पहले 60 मीटर थी, जो अब घटकर लगभग 30 मीटर रह गई है। उन्होंने बताया कि यहां से 57 मीट्रिक टन कचरा हटाया गया है और अब लगभग 30 मीट्रिक टन कचरा शेष है। गुप्ता ने कहा कि इस बड़े क्षेत्र को साफ करने के बाद 8,000 बांस के पौधे लगाए गए हैं और उन्होंने मार्च 2026 तक इस लैंडफिल साइट को पूरी तरह से साफ करने का लक्ष्य रखा है।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ
दिल्ली के आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने कहा कि एमसीडी में भाजपा के मेयर को सत्ता में आए केवल एक महीना हुआ है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या ओखला लैंडफिल एक महीने में गायब हो गया है, जिससे भाजपा इसका श्रेय ले रही है? उन्होंने कहा कि इसका श्रेय एमसीडी को दिया जाना चाहिए, क्योंकि लैंडफिल पर बहुत सारा कार्य उनके कार्यकाल में हुआ था। भारद्वाज ने यह भी कहा कि रेखा गुप्ता को पिछले तीन महीनों में लैंडफिल की ऊंचाई का डेटा प्रस्तुत करना चाहिए।