दिल्ली की जीबी रोड पर सेक्स वर्कर्स के लिए संघर्षरत गीतांजलि बब्बर की कहानी
प्रेमानंद महाराज की शिक्षाएं
प्रेमानंद महाराज और गीतांजलि बब्बर
प्रेमानंद महाराज की शिक्षाएं: वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज को कौन नहीं जानता। उनके प्रवचनों को सुनने के लिए लोग हमेशा उत्सुक रहते हैं। हाल ही में, दिल्ली के जीबी रोड के रेड लाइट एरिया से सेक्स वर्कर्स को बचाने वाली एक महिला महाराज जी के आश्रम पहुंची। उन्होंने न केवल महाराज जी के प्रवचन सुने, बल्कि अपने कार्य के बारे में भी चर्चा की। महाराज जी ने उनकी प्रशंसा की और इस कार्य को पवित्र बताया, साथ ही उन्हें एक महत्वपूर्ण सलाह भी दी।
महिला ने महाराज जी से पूछा, ‘मैं रेड लाइट एरिया में फंसी महिलाओं को निकालने का कार्य करती हूं, लेकिन इस काम में कई चुनौतियाँ हैं। जब मेरा विश्वास कम होता है, तो मुझे क्या करना चाहिए?’
प्रेमानंद महाराज ने उत्तर दिया, ‘यह कार्य अत्यंत प्रशंसनीय है। जिनका जीवन कठिनाइयों में है, उन्हें नया जीवन देना बहुत बड़ा कार्य है। आत्मविश्वास बनाए रखना चाहिए। यदि आप किसी की मदद कर रहे हैं, तो यह बहुत बड़ा कार्य है। दूसरों के कल्याण के बारे में सोचना एक विशेष बात है। आप राधा नाम का जप करें ताकि आपका आत्मबल मजबूत रहे। भगवान आपकी रक्षा करेंगे।’
गीतांजलि बब्बर का परिचय
जिस महिला को महाराज जी ने सलाह दी, वह एक प्रसिद्ध सेक्स वर्कर एक्टिविस्ट हैं, जिनका नाम गीतांजलि बब्बर है। वह ‘कट-कथा’ नामक एक नॉन-प्रॉफिट संस्था की संस्थापक और निदेशक हैं, जो जीबी रोड के वेश्यालयों में सेक्स वर्कर्स को सशक्त बनाने का कार्य करती हैं। उन्होंने 22 साल की उम्र में इस दिशा में कदम रखा और राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (NACO) के साथ भी काम किया है।
नाको के साथ अपने अनुभव के बारे में उन्होंने कहा कि वह वहां एचआईवी परीक्षण और एड्स की रोकथाम के लिए जागरूकता फैलाने गई थीं, लेकिन उन्हें यह एहसास हुआ कि इस काम के अलावा भी एक जीवन है। उन्होंने बताया, ‘पहले दिन मैं एक भी सवाल नहीं पूछ सकी, मेरा मन और शरीर सुन्न हो गया था। मैंने छोटी लड़कियों को देखा जो ऐसी जिंदगी में फंसी थीं जिसे उन्होंने नहीं चुना था। यह अनुभव मुझे बदलने पर मजबूर कर दिया। 14 साल बाद भी मैं हर दिन बदल रही हूं।’
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