दिल्ली-एनसीआर में यातायात जाम से राहत: चार प्रमुख परियोजनाएं

दिल्ली-एनसीआर में यातायात जाम की समस्या को हल करने के लिए चार महत्वपूर्ण परियोजनाएं तेजी से प्रगति कर रही हैं। इनमें धौला कुआं से मानेसर तक का ऊंचा एक्सप्रेसवे, द्वारका-वासंत कुंज टनल, यमुना पुसhta रोड को NH-9 से जोड़ना और शहरी विस्तार सड़क-2 शामिल हैं। ये परियोजनाएं न केवल यात्रा के समय को कम करेंगी, बल्कि क्षेत्र की कनेक्टिविटी को भी बेहतर बनाएंगी। जानें इन परियोजनाओं के बारे में विस्तार से।
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दिल्ली-एनसीआर में यातायात जाम से राहत: चार प्रमुख परियोजनाएं

दिल्ली-एनसीआर में यातायात जाम से राहत

दिल्ली-एनसीआर में प्रतिदिन होने वाले लंबे ट्रैफिक जाम जल्द ही अतीत की बात बन सकते हैं। इस क्षेत्र में चार महत्वपूर्ण हाईवे और टनल परियोजनाएं तेजी से विकसित हो रही हैं, जो बुनियादी ढांचे को नया आयाम दे रही हैं। ये योजनाएं यात्रा के समय को काफी कम करेंगी और दिल्ली तथा आस-पास के शहरों के बीच कनेक्टिविटी में सुधार करेंगी।


सड़क परिवहन मंत्रालय और राज्य सरकारों का सहयोग

ये परियोजनाएं सड़क परिवहन मंत्रालय, दिल्ली और उत्तर प्रदेश सरकारों, और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के समन्वित प्रयासों के कारण तेजी से प्रगति कर रही हैं। इसका मुख्य उद्देश्य दिल्ली को गुड़गांव, नोएडा और फरीदाबाद जैसे प्रमुख शहरों से तेज और निर्बाध तरीके से जोड़ना है, जिससे एनसीआर क्षेत्र की भीड़भाड़ वाली सड़कों पर दबाव कम होगा।


धौला कुआं से मानेसर तक का ऊंचा एक्सप्रेसवे

इस परिवर्तनकारी पहल का एक प्रमुख हिस्सा दिल्ली के धौला कुआं से मानेसर तक प्रस्तावित ऊंचा एक्सप्रेसवे है। यह दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेसवे पर अत्यधिक दबाव को कम करने के लिए प्रस्तावित है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और राव इंदरजीत सिंह के बीच उच्च स्तरीय चर्चाओं के बाद इस योजना को अंतिम मंजूरी के करीब पहुंचा दिया गया है।


निर्माण के बाद, यह एक्सप्रेसवे दैनिक यात्रियों और लंबी दूरी के यात्रियों के लिए एक तेज और वैकल्पिक मार्ग के रूप में कार्य करेगा, जिससे यात्रा का समय काफी कम होगा।


द्वारका-वासंत कुंज टनल

दक्षिण-पश्चिम दिल्ली में, द्वारका और वासंत कुंज के बीच लगभग 5 किमी लंबी एक भूमिगत टनल का निर्माण किया जा रहा है। यह टनल शिव मूर्ति (महिपालपुर) से शुरू होकर नेल्सन मंडेला रोड (वासंत कुंज) तक जाएगी। NHAI द्वारा 3,500 करोड़ रुपये की लागत से छह-लेन की टनल का निर्माण किया जाएगा।


इस परियोजना को केंद्रीय मंत्री गडकरी से हरी झंडी मिल चुकी है, और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इसे क्षेत्र की यातायात समस्याओं के समाधान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है।


यमुना पुसhta रोड को NH-9 से जोड़ना

एक अन्य महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत, यमुना एंबैंकमेंट रोड को NH-9 से जोड़ा जाएगा, जिससे आगामी नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे तक आसान पहुंच प्राप्त होगी। NHAI नोएडा प्राधिकरण और उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग से मंजूरी मिलने के बाद निर्माण कार्य शुरू करेगा।


इस योजना में एक आठ-लेन ग्राउंड-लेवल एक्सप्रेसवे या एक छह-लेन ऊंचा मार्ग बनाने के दो विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। यह मार्ग यमुना के किनारे नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के समानांतर बनाया जाएगा और लगभग 10 लाख लोगों को लाभान्वित करेगा।


UER-2: दिल्ली को तीसरी रिंग रोड

इन परियोजनाओं में सबसे हालिया उपलब्धि शहरी विस्तार सड़क-2 (UER-2) है, जिसका हाल ही में उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। यह 75 किमी लंबी, छह-लेन की हाईवे दिल्ली की तीसरी रिंग रोड के रूप में कार्य करेगी।


यह सड़क न केवल शहरी यात्रा को सुगम बनाएगी, बल्कि दिल्ली के उत्तर-पश्चिम, पश्चिम और दक्षिण-पश्चिम हिस्सों को जोड़ने के साथ-साथ पंजाब, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड जैसे राज्यों के साथ कनेक्टिविटी को भी मजबूत करेगी।