दाल पकाने के सही तरीके: पोषण बनाए रखने के लिए पारंपरिक विधियाँ

दाल पकाने के सही तरीके को जानना सेहत के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। प्रेशर कुकर का उपयोग करने से पोषक तत्वों का नुकसान होता है, जबकि मिट्टी के बर्तन में पकाने से दालों का स्वाद और पौष्टिकता दोनों बढ़ते हैं। इस लेख में, हम दाल पकाने के पारंपरिक तरीकों, मसालों के उपयोग और दालों के स्वास्थ्य लाभों पर चर्चा करेंगे। जानें कैसे दालें वजन कम करने, पाचन सुधारने और हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करती हैं।
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दाल पकाने के सही तरीके: पोषण बनाए रखने के लिए पारंपरिक विधियाँ

दाल पकाने का सही तरीका

दाल पकाने के सही तरीके: पोषण बनाए रखने के लिए पारंपरिक विधियाँ


आजकल की तेज़-तर्रार जीवनशैली में, हम अक्सर जल्दी खाना बनाने के लिए विभिन्न तरीकों का सहारा लेते हैं। प्रेशर कुकर जैसे उपकरण हमारे समय को बचाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये विधियाँ हमारे भोजन में आवश्यक पोषक तत्वों को समाप्त कर सकती हैं? विशेष रूप से दालों के संदर्भ में, लोग अक्सर उन्हें गलत तरीके से पकाते हैं, जिससे उनके पौष्टिक गुण कम हो जाते हैं। यदि आप भी दालें जल्दी पकाने के लिए प्रेशर कुकर का उपयोग करते हैं, तो आपको अपने तरीके में बदलाव लाना चाहिए। आइए जानते हैं दाल पकाने का सही तरीका और इसके लाभ।


गलत तरीका – प्रेशर कुकर में दालें पकाना

आजकल लगभग हर घर में दालें प्रेशर कुकर में पकाई जाती हैं क्योंकि यह प्रक्रिया तेज़ और सुविधाजनक होती है। लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि प्रेशर कुकर में दालें पकाना सही नहीं है। इस विधि से दालों में मौजूद विटामिन और खनिज जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं, जो उनके स्वास्थ्य लाभ के लिए आवश्यक हैं। प्रेशर कुकर में उच्च तापमान और दबाव के कारण दालों के पोषक तत्व समाप्त हो जाते हैं। इसके बजाय, पारंपरिक तरीकों का उपयोग करना अधिक फायदेमंद है।


सही तरीका – मिट्टी के बर्तन में दालें पकाना

यदि आप दालों में सभी पोषक तत्वों को सुरक्षित रखना चाहते हैं, तो उन्हें मिट्टी के बर्तन में पकाना चाहिए। इस विधि से न केवल दालों का स्वाद बढ़ता है, बल्कि बर्तन में मौजूद खनिज भी दालों में समाहित हो जाते हैं, जो आपके स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं। मिट्टी के बर्तन में पकाने से गर्मी धीरे-धीरे और समान रूप से फैलती है, जिससे दालों के सभी पोषक तत्व सुरक्षित रहते हैं। यह तरीका दालों को बेहतर तरीके से पचाने में भी मदद करता है।


हमारे पूर्वज भी यही तरीका अपनाते थे

हमारे पूर्वज भी मिट्टी के बर्तनों में खाना पकाते थे, और यह तरीका आज भी सबसे प्रभावी माना जाता है। मिट्टी के बर्तन दालों में पोषक तत्वों के नष्ट होने से रोकते हैं, जबकि प्रेशर कुकर से पोषक तत्वों का काफी नुकसान होता है। इसलिए, अगली बार जब आप दालें पकाएं, तो प्रेशर कुकर के बजाय मिट्टी के बर्तन का उपयोग करना न भूलें।


दालों में मसाले मिलाने के फायदे

आप दालों को पचाने में मदद के लिए कुछ मसालों का भी उपयोग कर सकते हैं। अरहर दाल, उड़द दाल और अन्य दालें पेट में भारी हो सकती हैं, इसलिए उनके साथ मसालों का उपयोग करना बहुत फायदेमंद होता है। हींग, जीरा, हल्दी और काली मिर्च जैसे मसाले दालों को पचाने में मदद करते हैं। ये मसाले दाल का स्वाद भी बढ़ाते हैं और उन्हें पचाने में आसान बनाते हैं।


दाल के फायदे – सेहत के लिए सुपरफूड

दाल को सही तरीके से पकाने पर इसके लाभ और भी बढ़ जाते हैं। दाल प्रोटीन का एक उत्कृष्ट स्रोत है, विशेषकर शाकाहारी लोगों के लिए। ये शरीर को ऊर्जा प्रदान करती हैं और इनमें आवश्यक खनिज, विटामिन और फाइबर की भरपूर मात्रा होती है। दाल खाने से शरीर को आयरन, पोटैशियम, कैल्शियम और मैंगनीज जैसे पोषक तत्व मिलते हैं, जो हड्डियों, दिल, मस्तिष्क और किडनी के लिए फायदेमंद होते हैं। इसके अलावा, दाल वजन कम करने में मदद करती हैं और मेटाबॉलिज्म को भी बेहतर बनाती हैं। नियमित रूप से दाल खाने से दिल की सेहत भी अच्छी रहती है और शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी नियंत्रित रहता है।


दाल खाने के स्वास्थ्य लाभ

1. वजन कम करने में मदद करती है – दाल में प्रोटीन और फाइबर की भरपूर मात्रा होती है, जो भूख को नियंत्रित करती है और वजन कम करने में सहायक होती है.


2. पाचन में सुधार करती है – दाल में मौजूद फाइबर पाचन को बेहतर बनाता है और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत देता है.


3. हड्डियों को मज़बूत बनाती है – दाल में कैल्शियम और आयरन होता है, जो हड्डियों को मज़बूत बनाता है.


4. दिल की सेहत के लिए अच्छी होती है – दाल में एंटीऑक्सीडेंट और खनिज होते हैं जो दिल की सेहत को बनाए रखते हैं और रक्तचाप को नियंत्रित करते हैं.


5. ऊर्जा का स्तर बनाए रखती है – दाल में मौजूद प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट शरीर को ऊर्जा देते हैं और पूरे दिन आपको सक्रिय रखते हैं.