दार्जिलिंग में भारी बारिश से तबाही, 20 लोगों की मौत
दार्जिलिंग में बारिश का कहर
पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले में लगातार हो रही मूसलधार बारिश ने व्यापक तबाही मचाई है। इस आपदा के कारण हुए भूस्खलन में कम से कम 20 लोगों की जान चली गई, जिनमें बच्चे भी शामिल हैं। कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं और कई घर मलबे में तब्दील हो गए हैं। इसके अलावा, प्रमुख सड़कों को भी नुकसान पहुंचा है। अधिकारियों के अनुसार, कई दूरदराज के गांवों का संपर्क टूट गया है और सैकड़ों पर्यटक फंस गए हैं।
मुख्यमंत्री का मुआवजे का ऐलान
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रभावित लोगों के लिए मुआवजे की घोषणा की है, हालांकि राशि का खुलासा नहीं किया गया है। वे सोमवार (6 अक्टूबर) को उत्तर बंगाल का दौरा करेंगी और स्थिति का जायजा लेंगी, जहां बड़ी संख्या में पर्यटक भी प्रभावित हुए हैं।
सीएम ममता का बयान
सीएम ममता बनर्जी ने स्थिति को गंभीर बताते हुए कहा कि यह प्राकृतिक आपदा अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने बताया कि 12 घंटों में 300 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई, जिससे कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ। उन्होंने कहा, 'मैं स्थिति पर नजर रख रही हूं और सोमवार दोपहर तक प्रभावित क्षेत्र में पहुंचने की योजना बना रही हूं।'
पर्यटकों के लिए सुरक्षा का आश्वासन
मुख्यमंत्री ने फंसे हुए पर्यटकों को आश्वासन दिया कि राज्य सरकार उनकी सुरक्षित वापसी की व्यवस्था करेगी। उन्होंने पर्यटकों से अपील की कि वे घबराएं नहीं और जल्दबाजी न करें। उन्होंने कहा, 'उनकी सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है और प्रशासन इसे सुनिश्चित करेगा।'
प्रधानमंत्री का समर्थन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर शोक व्यक्त किया है और कहा है कि दार्जिलिंग और आसपास के क्षेत्रों की स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है। उन्होंने प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है।
मौतों की संख्या बढ़ने की आशंका
NDRF और जिला प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार, विभिन्न स्थानों से लोगों की मौत की खबरें आई हैं। उत्तर बंगाल विकास मंत्री उदयन गुहा ने स्थिति को चिंताजनक बताया और कहा कि मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
मिरिक में भूस्खलन का असर
NDRF के अनुसार, मिरिक क्षेत्र में भूस्खलन से कम से कम 11 लोगों की मौत हुई है। दार्जिलिंग में भी कई लोग मारे गए हैं और राहत कार्य जारी है।
IMD का रेड अलर्ट
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने दार्जिलिंग और कलिम्पोंग में 6 अक्टूबर तक अत्यधिक भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। मिट्टी की नाजुक स्थिति के कारण और अधिक भूस्खलन की चेतावनी दी गई है।