दांतों की सड़न से बचने के लिए घरेलू उपाय

दांतों की देखभाल का महत्व
दांतों की उचित सफाई न करने पर कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। जब दांतों की सफाई नहीं होती, तो उनमें पीलेपन का जमाव होने लगता है। इससे दांतों और मसूड़ों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
दांतों में सड़न का कारण
दांतों में सड़न को आमतौर पर कीड़े लगने से जोड़ा जाता है, जो दांतों के टूटने का कारण बन सकता है। हालांकि, एक घरेलू उपाय इस समस्या को कम कर सकता है। इस उपाय से खोखले दांतों को फिर से मिनरलाइज किया जा सकता है।
जाइलाटोल का उपयोग
सड़े हुए दांतों को ठीक करने के लिए जाइलाटोल चबाना फायदेमंद हो सकता है। यह कुछ सब्जियों में पाया जाता है, लेकिन इसकी मात्रा बहुत कम होती है। कई कंपनियां इसे गम के रूप में भी बनाती हैं। खाने के बाद जाइलाटोल की गम चबाने से लार बनने लगती है, जिससे दांतों का खोखलापन भरने में मदद मिलती है।
अन्य प्रभावी नुस्खे
दांतों की सड़न को कम करने के लिए हल्दी का उपयोग किया जा सकता है, क्योंकि इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं।
लहसुन में मौजूद एलिसिन भी दांतों के लिए लाभकारी है। इसे कच्चा कूटकर सड़े हुए दांत पर लगाया जा सकता है।
नमक वाले पानी से कुल्ला करने से दांतों के बीच की गंदगी हटने लगती है।
अमरूद के पत्ते भी दांतों के लिए फायदेमंद होते हैं, क्योंकि ये मुंह में मौजूद बैक्टीरिया को कम करते हैं।
कैविटी को भरने के लिए सोडियम फ्लोराइड वाला माउथवॉश उपयोगी हो सकता है। इसे पानी में मिलाकर इस्तेमाल करें।