दहेज के लिए विवाहिता का उत्पीड़न: पति ने 25 दिन बाद दूसरी शादी की

उत्तर प्रदेश के गोंडा में एक विवाहिता ने अपने पति पर दहेज के लिए प्रताड़ित करने और 25 दिन बाद दूसरी शादी करने का आरोप लगाया है। सविता पाठक ने एसपी से न्याय की गुहार लगाई है, जबकि उसके पति ने एक अन्य लड़की से विवाह कर लिया। यह मामला दहेज के खिलाफ बढ़ते अपराधों की गंभीरता को उजागर करता है। जानें इस दर्दनाक कहानी के सभी पहलू।
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दहेज के लिए विवाहिता का उत्पीड़न: पति ने 25 दिन बाद दूसरी शादी की

दहेज के लिए महिलाओं का शोषण

दहेज के लिए विवाहिता का उत्पीड़न: पति ने 25 दिन बाद दूसरी शादी की


दहेज के कारण कई महिलाओं को ससुराल में अत्याचार का सामना करना पड़ता है। कई मामलों में तो विवाहिताएं आत्महत्या कर लेती हैं या उनकी हत्या कर दी जाती है। हाल ही में उत्तर प्रदेश के गोंडा से एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां एक दूल्हे ने शादी के महज 25 दिन बाद दूसरी दुल्हन से विवाह कर लिया। आरोप है कि दूल्हा शादी के बाद एक लाख रुपये दहेज और बाइक की मांग कर रहा था, जिसके चलते विवाहिता को प्रताड़ित किया गया।


पीड़िता की न्याय की गुहार

विवाहिता ने कहा कि जब उसने पति की दूसरी शादी का विरोध किया, तो उसे जान से मारने की धमकी दी गई। पीड़िता ने एसपी से न्याय की मांग की है, कहती है कि उसके पिता गरीब हैं और वह इतनी बड़ी रकम नहीं जुटा सकते।


पीड़िता का नाम सविता पाठक है। उसने पुलिस को बताया कि उसकी शादी 2 जून को खजुरी गांव के रंजीत तिवारी से हुई थी। उसके पिता ने अपनी सामर्थ्यानुसार दहेज दिया था, लेकिन ससुराल पहुंचते ही उससे एक लाख रुपये और बाइक की मांग की जाने लगी।


दूसरी शादी का खुलासा

सविता ने बताया कि उसने सब कुछ सहा, लेकिन उसे पता चला कि उसके पति का एक अन्य लड़की, दिव्यांशी, से संबंध है। 27 जून को पति ने दिव्यांशी को घर से भगा लिया और चोरी-छिपे उससे शादी कर ली। जब सविता ने इसका विरोध किया, तो उसे गालियां दी गईं और जान से मारने की धमकी दी गई।


पुलिस कार्रवाई की मांग

सविता का आरोप है कि उसे लंबे समय तक ससुराल में कैद रखा गया। किसी तरह वह मायके पहुंची और अपने परिवार को पूरी घटना बताई। 31 अगस्त को उसके परिजन थाने गए, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब सविता ने एसपी से सख्त कार्रवाई की मांग की है। एसपी ने मामले में उचित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।


दहेज हत्याओं का alarming आंकड़ा

भारत में दहेज के लिए बेटियों की बलि



  • नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (NCRB) के अनुसार, 2022 में भारत में 6,450 दहेज हत्याएं दर्ज हुईं।

  • हर दिन औसतन 18 महिलाएं दहेज के कारण अपनी जान गंवा देती हैं।

  • 2018 से 2022 के बीच कुल 34,477 महिलाओं की जान इस हिंसा ने ले ली।


यूपी की दहेज हत्याओं की स्थिति



  • पिछले 5 वर्षों में यूपी में 11,488 दहेज हत्याएं दर्ज की गईं।

  • हर दिन औसतन 6 महिलाएं दहेज के कारण मारी जाती हैं।

  • यहां दहेज हत्या का औसत 10.3 प्रति लाख महिलाएं है, जबकि राष्ट्रीय औसत 5.2 है।