दशहरा: विजयादशमी पर रावण के राख के लाभकारी उपाय

दशहरा का महत्व
दशहरा का पर्व हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। इसे विजयादशमी भी कहा जाता है, क्योंकि इस दिन देवी दुर्गा ने राक्षस महिषासुर का वध किया था। हर साल यह पर्व आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है।
उत्सव का उत्साह और रावण दहन

यह पर्व धर्म की अधर्म पर विजय के प्रतीक के रूप में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि रावण के जलने के बाद उसकी राख का उपयोग बहुत फायदेमंद होता है? इसे शुभ माना जाता है और कुछ सरल उपाय आपके घर में सुख और समृद्धि ला सकते हैं।
रावण दहन के बाद के उपाय
रावण जलाने के बाद उसकी राख को अपने माथे पर लगाना शुभ माना जाता है। यह माना जाता है कि इससे व्यक्ति अपने दुश्मनों पर विजय प्राप्त कर सकता है।
आप रावण दहन से बचे हुए लकड़ी को अपने घर ले जा सकते हैं और इसे अपनी तिजोरी या पैसे रखने की जगह पर रख सकते हैं। ऐसा करने से आर्थिक कठिनाइयों से राहत मिल सकती है।
राख के अन्य उपाय
रावण दहन की राख को अपने चारों ओर घुमाकर बाहर फेंकना भी एक उपाय है, जिससे बुरी नजर से राहत मिलती है।
रावण दहन की राख को एक लाल कपड़े में बांधकर घर के मुख्य द्वार पर बांधने से नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश रोकने में मदद मिलती है और परिवार में शांति और खुशहाली बनी रहती है।
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