दशहरा: रावण के वंशजों का अनोखा शोक पर्व

दशहरा, जिसे विजयदशमी के नाम से भी जाना जाता है, अच्छाई की बुराई पर विजय का प्रतीक है। इस दिन रावण का दहन किया जाता है, लेकिन गोधा श्रीमाली समाज के लोग इस दिन शोक मनाते हैं। वे खुद को रावण का वंशज मानते हैं और रावण की पूजा करते हैं। जानें इस अनोखे पर्व के पीछे की कहानी और रावण के वंशजों की मान्यता के बारे में।
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दशहरा का महत्व और रावण का दहन

नई दिल्ली। दशहरा, जिसे विजयदशमी के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है। यह त्योहार आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। दशहरा अच्छाई की बुराई पर विजय का प्रतीक है। इस अवसर पर रामलीला का आयोजन और रावण का दहन विशेष महत्व रखता है। इस वर्ष यह पर्व 2 अक्टूबर को मनाया जाएगा। रामायण के अनुसार, रावण ने माता सीता का अपहरण किया था, जिसके बाद भगवान राम ने धर्म और सत्य की रक्षा के लिए रावण से युद्ध किया और उसे पराजित किया। इसलिए, हर साल इस दिन भारत के विभिन्न हिस्सों में रावण के पुतले को जलाया जाता है.


गोधा श्रीमाली समाज का शोक

हालांकि, क्या आप जानते हैं कि भारत में एक ऐसा समाज है जो दशहरे के दिन रावण के दहन पर शोक मनाता है? यह समाज खुद को दशानन का वंशज मानता है। गोधा श्रीमाली समाज के लोग इस दिन शोक मनाते हैं। हर साल दशहरे पर रावण के दहन के बाद, ये लोग रावण के धुएं को देखकर स्नान करते हैं और फिर जनेऊ बदलकर भोजन करते हैं। इस समाज के लोग रावण को अपना पूर्वज मानते हैं।


रावण की पूजा और मंदिर

मान्यता है कि जब त्रेता युग में रावण का विवाह हुआ था, तब बारात जोधपुर के मंडोर आई थी। रावण की शादी मंदोदरी से हुई थी। कहा जाता है कि बारात में शामिल गोधा परिवार के लोग वहीं बस गए। जबकि देशभर में रावण का पुतला जलाया जाता है, ये लोग रावण की पूजा करते हैं। मेहरानगढ़ दुर्ग के तलहटी में रावण का एक प्राचीन मंदिर भी है, जिसे गोधा श्रीमाली समाज के कमलेश दवे ने बनवाया था। इस दिन मंदिर को भव्य तरीके से सजाया जाता है।


रावण के वंशजों की मान्यता

आज भी इस मंदिर के पुजारी रावण के वंशज हैं। उनका मानना है कि रावण वेदों का ज्ञाता और अत्यंत शक्तिशाली था। वे कहते हैं कि इस मंदिर के दर्शन के लिए सैकड़ों श्रद्धालु आते हैं। रावण के वंशजों का मानना है कि जो छात्र संगीत में रुचि रखते हैं, उन्हें इस मंदिर में आकर रावण का आशीर्वाद लेना चाहिए।