तेलंगाना स्कूल में छात्रों को रंगीन कैन लाने की सजा, अभिभावकों में हड़कंप

तेलंगाना के वेमुलावाड़ा कस्बे में एक स्कूल में छात्रों को रंगीन कैन लाने की सजा देने का मामला सामने आया है। इस अजीब सजा ने अभिभावकों में चिंता और नाराजगी पैदा कर दी है। छात्र संघों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और अधिकारियों से जांच की मांग की है। जानें इस घटना के पीछे की पूरी कहानी और अभिभावकों की प्रतिक्रिया।
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अजीब सजा का मामला

राजन्ना सिरसिला जिले के वेमुलावाड़ा कस्बे के समाज कल्याण आवासीय विद्यालय में एक अनोखी घटना ने सभी का ध्यान खींचा है। विद्यालय के प्रधानाचार्य और शिक्षक छात्राओं को अजीब सजा देकर परेशान कर रहे हैं। देर से आने वाली छात्राओं को 'कलर बॉक्स' लाने की सजा दी जा रही है, जिसके बिना उन्हें स्कूल में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। इस घटना ने अभिभावकों में चिंता और नाराजगी पैदा कर दी है। उन्होंने जिला कलेक्टर और समाज कल्याण अधिकारियों से इस मामले की तुरंत जांच की मांग की है.


छुट्टियों के बाद स्कूल लौटते छात्र

तेलंगाना में दशहरा और बतुकम्मा का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है। इस बार दशहरा की छुट्टियों के बाद, छात्र धीरे-धीरे स्कूल लौटने लगे हैं। हालांकि, मंगलवार (7 अक्टूबर) को कुछ छात्र परिवहन की कमी या अन्य कारणों से थोड़ी देर से पहुंचे। जब प्रधानाचार्य को इस बात की जानकारी मिली, तो उन्होंने आदेश दिया कि जो भी छात्र देर से आएगा, उसे स्कूल के सामने की दुकान से रंग का डिब्बा खरीदकर ही अंदर जाने की अनुमति दी जाएगी। इस आदेश ने छात्रों और उनके अभिभावकों में चिंता पैदा कर दी।


अभिभावकों की प्रतिक्रिया

अभिभावक यह सवाल उठा रहे हैं कि जिन शिक्षकों को बच्चों को शिक्षा देने का काम सौंपा गया है, वे ऐसी सजा कैसे दे सकते हैं। कुछ छात्र अपने अभिभावकों की मदद से रंग के डिब्बे खरीदकर स्कूल में दाखिल हुए। वहीं, स्थानीय दुकानदार भी हैरान रह गए जब रंग के डिब्बों की मांग अचानक बढ़ गई।


छात्र संघों की मांग

इस घटना के सामने आने के बाद, स्थानीय छात्र संघों ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। वे छात्रों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले इस प्रकार के व्यवहार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उन्होंने जिला कलेक्टर और समाज कल्याण अधिकारियों से इस मामले की तुरंत जांच की अपील की है।