तेलंगाना में ऑपरेशन मुस्कान-11 के तहत 7,678 बच्चों को मुक्त कराया गया

केंद्रीय गृह मंत्रालय की पहल 'ऑपरेशन मुस्कान-11' के तहत जुलाई में तेलंगाना में 7,678 बच्चों को मुक्त किया गया। इस अभियान में 6,000 से अधिक बच्चे बाल श्रम में शामिल थे। पुलिस ने 1,718 आरोपियों को गिरफ्तार किया और 6,593 बच्चों को उनके परिवारों से मिलाया। जानें इस अभियान की विस्तृत जानकारी और इसके परिणाम।
 | 
तेलंगाना में ऑपरेशन मुस्कान-11 के तहत 7,678 बच्चों को मुक्त कराया गया

ऑपरेशन मुस्कान-11 की सफलता

केंद्रीय गृह मंत्रालय की पहल 'ऑपरेशन मुस्कान-11' के तहत जुलाई में तेलंगाना में 7,678 बच्चों को मुक्त किया गया, जिनमें से 6,000 से अधिक बच्चे बाल श्रम में लगे हुए थे। इस अभियान के लिए 28 संभागीय टीमों को विभिन्न स्थानों जैसे व्यावसायिक प्रतिष्ठान, निर्माण स्थल, यातायात जंक्शन, बस और रेलवे स्टेशन, और अन्य संदिग्ध स्थानों का निरीक्षण करने के लिए तैनात किया गया था। अधिकारियों ने शुक्रवार को इस जानकारी का खुलासा किया।


बचाए गए बच्चों की जानकारी

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (महिला सुरक्षा प्रकोष्ठ) चारु सिन्हा ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि राज्य में रेलवे और बस स्टेशनों, धार्मिक स्थलों, ईंट भट्टों, मैकेनिक की दुकानों, और चाय की दुकानों समेत कई स्थानों की पहचान की गई। कुल 7,678 बच्चों को बचाया गया, जिनमें 7,149 लड़के और 529 लड़कियाँ शामिल हैं, जिनमें नेपाल के चार बच्चे भी शामिल हैं।


अभियान के परिणाम

पुलिस ने बताया कि इस अभियान के दौरान 1,713 प्राथमिकी दर्ज की गईं और 1,718 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा, 6,593 बच्चों को उनके परिवारों से मिलाया गया, जबकि 1,049 बच्चों को आश्रय गृहों में भेजा गया। बचाए गए बच्चों में से 1,173 लड़के और 74 लड़कियाँ थीं। इनमें से 673 बच्चे तेलंगाना के निवासी हैं, जबकि 560 अन्य राज्यों से हैं। उल्लेखनीय है कि 14 बच्चे नेपाल से पाए गए, जो इस समस्या की सीमा पार प्रकृति को दर्शाता है।


नियोक्ताओं के खिलाफ कार्रवाई

इस अभियान के तहत, पुलिस ने अवैध बाल श्रम में संलग्न नियोक्ताओं के खिलाफ 55 प्राथमिकी दर्ज कीं। इसके अतिरिक्त, 939 मामले दर्ज किए गए और उल्लंघनकर्ताओं पर 47,75,921 रुपये का जुर्माना लगाया गया।