तेलंगाना के विधायक टी राजा सिंह ने भाजपा से दिया इस्तीफा

भाजपा से इस्तीफा देने का निर्णय
तेलंगाना के गोशामहल से विधायक टी राजा सिंह ने भाजपा को झटका देते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने राज्य भाजपा प्रमुख जी किशन रेड्डी को अपना इस्तीफा भेजा, जिसमें उन्होंने पार्टी के भीतर चल रही खींचतान पर अपनी नाराजगी व्यक्त की। राजा सिंह ने अपने पत्र में यह स्पष्ट किया कि भले ही वह भाजपा से अलग हो रहे हैं, लेकिन उनकी हिंदुत्व विचारधारा और धर्म की सेवा के प्रति प्रतिबद्धता बरकरार है। उन्होंने कहा कि वह अपनी आवाज उठाते रहेंगे और हिंदू समुदाय के साथ मजबूती से खड़े रहेंगे।
प्रदेश अध्यक्ष बनने की इच्छा
राजा सिंह ने पहले भाजपा नेतृत्व से प्रदेश अध्यक्ष बनने की अपील की थी। एक वीडियो में उन्होंने कहा कि पार्टी के कई कार्यकर्ता उन्हें फोन कर रहे हैं और अध्यक्ष पद पर देखने की इच्छा जता रहे हैं। उन्होंने पार्टी हाईकमान से इस पद पर कार्य करने का अवसर मांगा। राजा सिंह ने अपनी योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि यदि उन्हें अध्यक्ष बनाया जाता है, तो वह पार्टी के भीतर एक समर्पित गोरक्षा विंग की स्थापना करेंगे और गोरक्षा के लिए काम करने वाले कार्यकर्ताओं के लिए सुरक्षा प्रदान करेंगे।
भाजपा के संदेश को फैलाने का संकल्प
राजा सिंह ने भाजपा के संदेश को हर घर तक पहुंचाने का संकल्प लिया और पार्टी की पहचान को हिंदुत्व संगठन के रूप में बताया। उन्होंने कहा कि यदि भाजपा सरकार बनाती है, तो वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की शैली में कार्य करेगी। इसके अलावा, उन्होंने चुनाव से छह महीने पहले उम्मीदवारों की घोषणा करने का सुझाव दिया ताकि उन्हें तैयारी के लिए पर्याप्त समय मिल सके। राजा सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि पार्टी के भीतर एक समूह उन्हें अध्यक्ष बनने से रोकने के लिए काम कर रहा है।