तृणमूल कांग्रेस सांसद ने चुनाव आयोग पर भाजपा का पक्ष लेने का आरोप लगाया
चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप
तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी ने भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) पर आरोप लगाया है कि वह पश्चिम बंगाल में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का समर्थन कर रहा है। उनका कहना है कि आयोग ने भाजपा को खुश करने के लिए बूथ स्तर के एजेंट (बीएलए) की नियुक्ति के नियमों में बदलाव किया है, क्योंकि भाजपा को कुछ मतदान केंद्रों पर एजेंटों की कमी का सामना करना पड़ रहा है।
मतदाता सूचियों का सत्यापन
इस महीने शुरू हुए एसआईआर में पूरे बंगाल में मतदाता सूचियों का घर-घर जाकर सत्यापन किया जाएगा। बनर्जी के अनुसार, तृणमूल कांग्रेस और माकपा के विपरीत, भाजपा के पास इस प्रक्रिया में सक्रिय क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं की कमी है। उन्होंने कोलकाता में मीडिया से बात करते हुए कहा कि भाजपा के पास ज़मीनी स्तर पर कार्यकर्ता नहीं हैं, जिसके कारण चुनाव आयोग ने उनकी सहायता के लिए नए आदेश जारी किए हैं।
नए आदेश का प्रभाव
पहले, बीएलए को उसी बूथ से होना आवश्यक था, लेकिन अब आयोग ने आस-पास के बूथों से भी बीएलए नियुक्त करने की अनुमति दे दी है। यह आदेश स्पष्ट रूप से भाजपा के पक्ष में है। बनर्जी ने कहा कि 11 नवंबर को चुनाव आयोग का आदेश जारी होने के कुछ ही मिनटों बाद, भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने अपने एक्स हैंडल पर इसे साझा करके फैसले का स्वागत किया, जिससे यह साबित होता है कि यह निर्णय पहले से तय था। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की प्रतिष्ठा अब और भी गिर गई है।
