तुर्की को अमेरिका से मिल सकती है बड़ी सौगात, F-35 मुद्दे पर हो सकता है समाधान

अमेरिका और तुर्की के बीच संभावित सौगात
तुर्की, जो इजराइल के साथ युद्ध के दौरान ईरान को अकेला छोड़ चुका है, को अमेरिका से जल्द ही एक महत्वपूर्ण सौगात मिलने की उम्मीद है। रिपोर्ट्स के अनुसार, F-35 फाइटर जेट के मुद्दे पर साल के अंत तक सकारात्मक समाचार आ सकता है। इसके साथ ही, CAATSA प्रतिबंधों में भी ढील मिलने की संभावना है। इस बात की पुष्टि अंकारा में अमेरिकी राजदूत और सीरिया के विशेष प्रतिनिधि टॉम बैरक ने की है।
बैरक का बयान
इजमिर के ऐतिहासिक केमराल्टी बाजार में यात्रा के दौरान, बैरक ने समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा कि दोनों देशों के नेताओं के बीच द्विपक्षीय वार्ता और कूटनीतिक सहयोग से 2025 के अंत तक ठोस परिणाम मिल सकते हैं। उन्होंने बताया कि दोनों राष्ट्रपति F-35 फाइटर जेट सौदे को पूरा करने के इच्छुक हैं, और अमेरिकी सीनेट भी उचित समाधान की तलाश में है।
F-35 मुद्दे का इतिहास
तुर्की और अमेरिका के बीच F-35 फाइटर जेट को लेकर तनाव की शुरुआत तब हुई जब तुर्की ने इस प्रोग्राम में भाग लिया और 1.4 बिलियन डॉलर का अग्रिम भुगतान किया। अमेरिका ने छह F-35 जेट तैयार किए, लेकिन तुर्की को उनकी डिलीवरी नहीं दी गई। इसका कारण था तुर्की द्वारा रूस से S-400 एयर डिफेंस सिस्टम की खरीद, जिसे अमेरिका ने अपनी सुरक्षा के लिए खतरा माना। इसके बाद तुर्की को F-35 समझौते से बाहर कर दिया गया, लेकिन तुर्की ने जो राशि चुकाई थी, वह वापस नहीं की गई।
भविष्य की संभावनाएं
राजदूत बैरक ने कहा कि हम F-35 कार्यक्रम से तुर्की की दूरी और CAATSA प्रतिबंध को अतीत में छोड़ने की दिशा में बढ़ रहे हैं। तुर्की पहले ही एफ-16 के लिए भुगतान कर चुका है और एफ-35 के पुर्जों के निर्माण में भी योगदान दे चुका है, जो इसकी विश्वसनीयता को दर्शाता है। यह पहली बार है जब अमेरिका और तुर्की के बीच न केवल रक्षा साझेदारी बल्कि क्षेत्रीय नेतृत्व के रूप में साझा प्रतिबद्धता देखी जा रही है।
मिडिल ईस्ट में तुर्की की भूमिका
बैरक ने अप्रत्यक्ष रूप से ईरान को अकेला छोड़ने के लिए तुर्की की सराहना की। उन्होंने कहा कि ईरान और इजराइल के बीच बढ़ते तनाव को एक निर्णायक क्षण में बदलना होगा, और इसके लिए तुर्की की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने गाजा में युद्ध विराम की संभावना पर भी चर्चा की।