तिहु में सूखे की स्थिति से किसान चिंतित

तिहु और कैथालकुची में सूखे जैसी स्थिति ने किसानों को चिंतित कर दिया है। पिछले एक महीने से बारिश की कमी के कारण फसलें सूखने लगी हैं, जिससे किसान रातों को सो नहीं पा रहे हैं। प्रभावित गांवों में किसान सरकार से राहत की मांग कर रहे हैं और सूखे से निपटने के लिए तात्कालिक उपायों की अपील कर रहे हैं। क्या सरकार उनकी मदद करेगी? जानें पूरी कहानी में।
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तिहु में सूखे की स्थिति से किसान चिंतित

तिहु और कैथालकुची में सूखे का संकट


तिहु, 9 जुलाई: पिछले वर्षों की तुलना में अत्यधिक कम वर्षा के कारण तिहु और कैथालकुची क्षेत्रों में एक महीने से अधिक समय से सूखे जैसी स्थिति बनी हुई है।


इस क्षेत्र के किसान, जो मुख्य रूप से सालि फसल पर निर्भर हैं, अब चिंता में हैं। बारिश की कमी के कारण फसल के विफल होने का खतरा बढ़ गया है, और कई किसान रातों को सो नहीं पा रहे हैं क्योंकि उनकी फसलें तेज गर्मी में सूखने लगी हैं।


कैथालकुची, बाली, गोबरादल, हरिभंगा, सोनारा, संधेली, पीपलिबाड़ी, मखिभाहा, गोर्मारा, भोजकुची, नखरा, बरगांव, सियालमारी, माथुरापुर, जलखाना-भठुवाखाना, और नन्नत्तारी जैसे गांव सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं।


आधुनिक सिंचाई प्रणालियों या पर्याप्त कृषि बुनियादी ढांचे की कमी के कारण किसानों के पास बारिश की प्रार्थना करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। कई किसानों ने सक्रिय उपायों की कमी पर निराशा व्यक्त की है और राज्य सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की अपील की है ताकि कृषि समुदाय को राहत मिल सके।


उन्होंने सरकार से सूखे से निपटने और क्षेत्र में सतत कृषि को समर्थन देने के लिए तात्कालिक और दीर्घकालिक समाधान लागू करने का आग्रह किया है।