तारापुर सीट पर डॉक्टर संतोष का मुकाबला सम्राट चौधरी से

बिहार की तारापुर सीट पर चुनावी हलचल तेज हो गई है, जहां डॉक्टर संतोष ने उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के खिलाफ चुनावी मैदान में कदम रखा है। जन सुराज पार्टी ने अपनी तीसरी सूची में केवल एक नाम शामिल किया है। जानें इस सीट के इतिहास और दोनों नेताओं के बीच की राजनीतिक जंग के बारे में। क्या डॉक्टर संतोष इस बार बाजी मारेंगे? पूरी जानकारी के लिए पढ़ें।
 | 
तारापुर सीट पर डॉक्टर संतोष का मुकाबला सम्राट चौधरी से

डॉक्टर संतोष ने सम्राट चौधरी के खिलाफ चुनावी मैदान में कदम रखा

तारापुर सीट पर डॉक्टर संतोष का मुकाबला सम्राट चौधरी से

सम्राट चौधरी के खिलाफ मैदान में उतरेंगे डॉक्टर संतोष

बिहार में चुनावी नामांकन की प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में पहुंच रही है, जिससे राजनीतिक गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की तीसरी सूची जारी की है, जिसमें केवल एक नाम शामिल है। तारापुर सीट पर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के खिलाफ एक डॉक्टर को उतारा गया है।

जन सुराज पार्टी ने तारापुर सीट से डॉक्टर संतोष को उम्मीदवार बनाया है, जो एक प्रसिद्ध शिशु रोग विशेषज्ञ हैं। उन्होंने भागलपुर मेडिकल कॉलेज से MBBS की डिग्री प्राप्त की है और PMCH, पटना से MD करते समय गोल्ड मेडल भी जीता है। यह जन सुराज पार्टी की तीसरी सूची है।

117 उम्मीदवारों की घोषणा

सोमवार को जन सुराज पार्टी ने अपने 65 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की थी, जबकि पहली सूची में 51 नाम शामिल थे। इस प्रकार, पार्टी ने अब तक 243 सदस्यीय विधानसभा के लिए 117 उम्मीदवारों की घोषणा की है।

तारापुर सीट को तब हाई प्रोफाइल माना गया जब बीजेपी ने उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को यहां से चुनावी मैदान में उतारा। पहले यह चर्चा थी कि नीतीश कुमार इस सीट को अपनी पार्टी जनता दल यूनाइटेड के लिए चाहते थे, लेकिन बीजेपी ने इसे अपने पास रखा। जनता दल यूनाइटेड ने यहां लगातार 4 चुनाव जीते हैं।

NDA का प्रभावी दबदबा

प्रशांत किशोर, जो जन सुराज पार्टी के संस्थापक हैं, ने सम्राट चौधरी के खिलाफ कई बार अपनी आवाज उठाई है। पिछले कुछ महीनों में, उन्होंने चौधरी पर कई आरोप लगाए हैं, और सम्राट चौधरी ने भी उन्हें जवाब दिया है। दोनों नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला इस चुनाव को और भी रोचक बना देगा।

राज्य में मुख्य विपक्षी महागठबंधन ने अभी तक इस सीट के लिए अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। यह सीट पहले कांग्रेस के प्रमुख नेता शकुनि चौधरी के कारण जानी जाती थी, जिन्होंने कांग्रेस के टिकट पर विधायक बनने के बाद राष्ट्रीय जनता दल में शामिल होकर भी 3 बार जीत हासिल की।

पिछले चार चुनावों में जनता दल यूनाइटेड ने यहां जीत हासिल की है। 2010 में नीता चौधरी, 2015 और 2020 में मेवालाल चौधरी और 2021 के उपचुनाव में राजीव कुमार सिंह विजयी हुए थे.