तमिलनाडु में मुख्यमंत्री नाश्ता योजना का विस्तार, 20 लाख छात्रों को मिलेगा लाभ

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने 26 अगस्त से मुख्यमंत्री नाश्ता योजना के विस्तार की घोषणा की है, जिससे 20 लाख से अधिक स्कूली बच्चे लाभान्वित होंगे। यह योजना बच्चों के विकास को सुनिश्चित करने के लिए बनाई गई है और अब इसे शहरी क्षेत्रों के सरकारी और सहायता प्राप्त प्राथमिक विद्यालयों में लागू किया जाएगा। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे। स्टालिन ने इस योजना के महत्व और इसके ऐतिहासिक संदर्भ पर भी प्रकाश डाला।
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तमिलनाडु में मुख्यमंत्री नाश्ता योजना का विस्तार, 20 लाख छात्रों को मिलेगा लाभ

मुख्यमंत्री नाश्ता योजना का विस्तार

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने रविवार को घोषणा की कि 26 अगस्त से मुख्यमंत्री नाश्ता योजना का विस्तार किया जाएगा, जिससे 20 लाख से अधिक स्कूली बच्चे लाभान्वित होंगे। इस योजना का उद्देश्य बच्चों के समुचित विकास को सुनिश्चित करना है।


अब यह योजना तमिलनाडु के शहरी क्षेत्रों में सरकारी और सहायता प्राप्त प्राथमिक विद्यालयों में लागू की जाएगी।


पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान इस योजना के विस्तार के अवसर पर बुधवार को उपस्थित रहेंगे। स्टालिन ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा करते हुए कहा कि इस योजना से कुल 20.59 लाख स्कूली बच्चे लाभान्वित होंगे।


उन्होंने कहा, 'जस्टिस पार्टी के समय से लेकर द्रविड़ मॉडल सरकार तक, हम बच्चों को भोजन और शिक्षा प्रदान करते आ रहे हैं। यह केवल भोजन नहीं है, बल्कि बच्चों के विकास के लिए एक मजबूत आधार है।'


मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि यह सरकार का 'नवीनतम प्रयास' देश के लिए एक उदाहरण स्थापित करेगा और तमिलनाडु हमेशा प्रगति की ओर अग्रसर रहेगा। स्टालिन ने पार्टी कार्यकर्ताओं को एक पत्र में बताया कि तमिलनाडु ने इस तरह की पहल की शुरुआत कैसे की थी, जब पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत के. कामराज ने मध्याह्न भोजन योजना की शुरुआत की थी।


बाद में, दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री एम. जी. रामचंद्रन (एमजीआर) ने इसे पौष्टिक भोजन योजना में परिवर्तित किया। स्टालिन ने बताया कि इसके कई वर्षों बाद, दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि के नेतृत्व वाली द्रविड़ मुनेत्र कषगम सरकार ने छात्रों को दिए जाने वाले भोजन में अंडे भी शामिल किए।