तमिलनाडु भाजपा ने वैरामुथु की भगवान राम पर टिप्पणी की कड़ी निंदा की

राजनीतिक विवाद की शुरुआत
तमिलनाडु में भाजपा ने प्रसिद्ध गीतकार वैरामुथु द्वारा भगवान राम पर की गई हालिया टिप्पणी की तीखी आलोचना की है। भाजपा ने उन पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया है और मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन की चुप्पी पर सवाल उठाया है। राज्य भाजपा अध्यक्ष नैनार नागेंद्रन ने कहा कि वैरामुथु की टिप्पणियाँ अस्वीकार्य हैं और पूछा कि क्या मुख्यमंत्री ने उनका समर्थन किया है। पार्टी प्रवक्ता नारायणन तिरुपति ने वैरामुथु को मूर्ख और पागल करार दिया और उन्हें बार-बार अपराध करने वाला बताया। उन्होंने हिंदू देवी अंडाल पर उनकी पूर्व टिप्पणियों का भी उल्लेख किया, जो व्यापक आलोचना का विषय बनी थीं।
विवाद का कारण
कंबन कज़गम द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में वैरामुथु के भाषण के बाद यह विवाद उत्पन्न हुआ, जहाँ उन्हें प्राचीन तमिल कवि कंबर के नाम पर एक पुरस्कार प्रदान किया गया। मुख्यमंत्री स्टालिन और पूर्व केंद्रीय मंत्री एस. जगतरक्षगन की उपस्थिति में बोलते हुए, वैरामुथु ने कहा कि सीता से अलग होने के बाद भगवान राम ने अपना मानसिक संतुलन खो दिया और बिना सोचे-समझे कार्य करने लगे। उन्होंने भारतीय दंड संहिता की धारा 84 का हवाला देते हुए तर्क किया कि कंबर, भले ही कानून से अनभिज्ञ थे, मानव स्वभाव को समझते थे और राम को दोषमुक्त कर दिया।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ
इस टिप्पणी के बाद भाजपा ने राज्य नेतृत्व से जवाबदेही की मांग की है और कवि के बयानों की निंदा की है, जो धार्मिक मान्यताओं को ठेस पहुँचाते हैं। भाजपा नेता सीआर केसवन ने एक्स पर पोस्ट किया कि वैरामुथु हिंदू देवताओं का अपमान करने और हिंदू धर्म का दुरुपयोग करने के मामले में एक घृणित व्यक्ति हैं। उन्होंने कहा कि वैरामुथु ने अपने नाम में 'राम' जोड़कर कम्ब रामायण की गलत व्याख्या की है और भगवान राम को मानसिक रूप से विक्षिप्त कहा है।
भाजपा की मांग
एक कड़े शब्दों वाले पोस्ट में भाजपा ने कहा कि वैरामुथु को तुरंत भगवान राम और हिंदू धर्म के करोड़ों भक्तों से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वैरामुथु ने कम्ब रामायणम की गलत व्याख्या करते हुए कहा कि भगवान राम अपना विवेक खो चुके थे, इसलिए उन्हें आईपीसी की धारा 84 के तहत दोषी नहीं ठहराया जा सकता।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
கம்பன் கழகத்தின்
— வைரமுத்து (@Vairamuthu) August 9, 2025
பொன்விழாவில்
ஆழ்வார்கள்
ஆய்வுமையம் நிறுவிய
கவிச்சக்கரவர்த்தி
கம்பர் விருதை
மாண்புமிகு முதலமைச்சர்
மு.க.ஸ்டாலின் அவர்கள்
எனக்கு வழங்கினார்
"மறைந்து நின்று
அம்பெய்து கொன்ற ராமனை
வால்மீகி மன்னிக்கவில்லை;
அம்பு வீசப்பட்ட வாலியும்
மன்னிக்கவில்லை;
அந்தப் பழியை உலகமும்… pic.twitter.com/FAvHggu1lT