तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने श्रीलंकाई मछुआरों की रिहाई के लिए की अपील

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से अपील की है कि वे श्रीलंकाई नौसेना द्वारा गिरफ्तार मछुआरों को उनकी नौकाओं के साथ मुक्त कराने के लिए त्वरित राजनयिक प्रयास करें। उन्होंने बताया कि हाल ही में 31 मछुआरे और उनकी नौकाएं जब्त की गई हैं, जिससे मछुआरा समुदाय में संकट उत्पन्न हो गया है। मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे पर गहरी चिंता व्यक्त की है और मछुआरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दिया है।
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तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने श्रीलंकाई मछुआरों की रिहाई के लिए की अपील

मुख्यमंत्री की अपील

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने सोमवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर से अनुरोध किया कि वे श्रीलंकाई नौसेना द्वारा पकड़े गए सभी मछुआरों को उनकी नौकाओं के साथ मुक्त कराने के लिए पड़ोसी देश की सरकार के साथ त्वरित राजनयिक प्रयास करें।


मुख्यमंत्री ने बताया कि श्रीलंकाई नौसेना ने तीन नवंबर को नागपट्टनम के 31 मछुआरों को हिरासत में लिया और उनकी तीन मशीनीकृत मछली पकड़ने वाली नौकाएं भी जब्त कर ली हैं। इसके अलावा, रामनाथपुरम जिले के चार मछुआरों को भी गिरफ्तार किया गया है और उनकी स्थानीय नौकाएं भी छीन ली गई हैं।


मत्स्य पालन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, ये 31 मछुआरे अक्कराइपेट्टई से निकले थे। उन्हें समुद्री सीमा का उल्लंघन करने के आरोप में रोका गया और कांकेसंथुरई बंदरगाह पर ले जाया गया।


स्टालिन ने जयशंकर को लिखे पत्र में कहा, 'इन बार-बार होने वाली घटनाओं ने तमिलनाडु के मछुआरा समुदायों में गहरा संकट उत्पन्न कर दिया है, जिनका जीवन समुद्र से गहराई से जुड़ा हुआ है। हर घटना न केवल परिवारों को उनकी आजीविका के मुख्य साधन से वंचित करती है, बल्कि उनमें भय और असुरक्षा की भावना भी पैदा करती है।' मुख्यमंत्री के अनुसार, अब तक कुल 114 भारतीय मछुआरों को श्रीलंका ने हिरासत में लिया है, जबकि उनकी 247 नावें जब्त की गई हैं।