तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने 130वें संविधान संशोधन विधेयक की निंदा की

संविधान संशोधन विधेयक पर स्टालिन की प्रतिक्रिया
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने बुधवार को 130वें संविधान संशोधन विधेयक की आलोचना की, जिसमें कहा गया है कि यदि किसी निर्वाचित मुख्यमंत्री को 30 दिनों के लिए गिरफ्तार किया जाता है, तो उसे हटा दिया जाएगा। उन्होंने इसे संविधान और उसके लोकतांत्रिक मूल्यों का अपमान बताया।
स्टालिन ने सभी लोकतांत्रिक शक्तियों से एकजुट होने की अपील की, यह कहते हुए कि यह भारत को तानाशाही में बदलने का प्रयास है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर एक मजबूत बयान में कहा, "30 दिन की गिरफ्तारी - निर्वाचित मुख्यमंत्री का हटना। बिना किसी मुकदमे या सजा के - केवल बीजेपी का आदेश।"
उन्होंने आगे कहा, "तानाशाहियों की शुरुआत ऐसे होती है: वोट चुराना, प्रतिद्वंद्वियों को चुप कराना और राज्यों को कुचलना।"
स्टालिन ने कहा कि केंद्रीय बीजेपी सरकार संविधान और उसके लोकतांत्रिक मूल्यों को अपमानित करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि वोट चोरी के खुलासे के बाद, जिस जनादेश पर केंद्रीय बीजेपी सरकार बनी है, उसकी वैधता संदिग्ध है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि इस विधेयक का उद्देश्य राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ झूठे मामले दर्ज करना है और उन्हें हटाना है। यह असंवैधानिक संशोधन निश्चित रूप से अदालतों द्वारा खारिज किया जाएगा क्योंकि दोष केवल मुकदमे के बाद तय होता है, न कि केवल मामले के पंजीकरण से।
स्टालिन ने चेतावनी दी कि यह क्षेत्रीय पार्टियों को डराने का एक खतरनाक प्रयास है, जिनके नेता विभिन्न राज्यों में मुख्यमंत्री या मंत्री हैं।