तमकीन फातिमा: एएमयू की होनहार छात्रा ने डीआरडीओ में हासिल की सफलता
एएमयू की प्रतिभा ने बढ़ाया गौरव
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) की प्रतिभाशाली छात्रा तमकीन फातिमा ने अपनी मेहनत और समर्पण से देश का नाम रोशन किया है। कंप्यूटर इंजीनियरिंग की इस पूर्व छात्रा ने भारत सरकार के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) में वैज्ञानिक ‘बी’ के पद पर चयनित होकर अलीगढ़ का मान बढ़ाया है। उनकी इस उपलब्धि ने न केवल उनके परिवार को गर्वित किया, बल्कि पूरे विश्वविद्यालय को भी प्रेरित किया है।
मेहनत और प्रतिभा का अद्भुत संगम
तमकीन का सफर आसान नहीं रहा। उन्होंने उत्कृष्ट शैक्षणिक प्रदर्शन, गेट स्कोर और कठिन इंटरव्यू प्रक्रिया को पार करते हुए यह सफलता प्राप्त की। 2025 में उन्होंने कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग में एम.टेक किया और 9.944 CPI के साथ टॉप किया। इससे पहले, 2023 में उन्होंने एएमयू से बी.टेक की डिग्री प्राप्त की थी। उनकी प्रतिभा का प्रमाण यह है कि उन्होंने यूजी-नेट (जेआरएफ) 2024 में ऑल इंडिया रैंक 2 हासिल की, जिसमें उनका स्कोर 99.9933 परसेंटाइल रहा।
अलीगढ़ में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में नियुक्ति
तमकीन की शैक्षणिक उत्कृष्टता और शोध में गहरी रुचि ने उन्हें एक और बड़ी उपलब्धि दिलाई। अगस्त 2025 में उन्हें एएमयू के कंप्यूटर इंजीनियरिंग विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर (कॉन्ट्रैक्चुअल) के पद पर नियुक्त किया गया। यह नियुक्ति उनकी मेहनत और समर्पण का एक और प्रमाण है।
विश्वविद्यालय का गर्व
एएमयू के कंप्यूटर इंजीनियरिंग विभाग के शिक्षकों का मानना है कि तमकीन की सफलता विभाग की तकनीकी शिक्षा और शोध के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है। उनके अनुसार, तमकीन ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है और यह साबित किया है कि मेहनत और लगन से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। उनकी इस उपलब्धि ने युवाओं, विशेषकर लड़कियों के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत किया है।
