ड्रोन से ग्रेट वॉल ऑफ चाइना पर खाना मंगवाने का अनोखा अनुभव

एक वायरल वीडियो में एक लड़की ने ग्रेट वॉल ऑफ चाइना पर ड्रोन से खाना मंगवाने का अद्भुत अनुभव साझा किया है। जब उसे भूख लगी, तो उसने मोबाइल से ऑर्डर किया और कुछ ही समय में ड्रोन ने उसे खाना पहुंचा दिया। यह घटना न केवल आश्चर्यजनक है, बल्कि भविष्य की डिलीवरी सेवाओं की संभावनाओं को भी दर्शाती है। जानिए इस अनोखे अनुभव के बारे में और देखें वीडियो।
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ड्रोन से ग्रेट वॉल ऑफ चाइना पर खाना मंगवाने का अनोखा अनुभव

ड्रोन द्वारा पहाड़ पर खाना मंगवाने की कहानी

ड्रोन से ग्रेट वॉल ऑफ चाइना पर खाना मंगवाने का अनोखा अनुभव

ड्रोन से लड़की ने पहाड़ पर मंगवाया खाना Image Credit source: Instagram

जब हम ऊँची पहाड़ियों पर ट्रेकिंग करते हैं, तो अक्सर थकान और भूख का सामना करना पड़ता है। ऐसे में खाने की कोई व्यवस्था न होने पर मन में यही ख्याल आता है कि काश कोई आसमान से खाना लेकर आ जाए।

हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें यह कल्पना हकीकत में बदलती दिखाई दे रही है। इंस्टाग्राम पर साझा किए गए इस वीडियो में एक लड़की ग्रेट वॉल ऑफ चाइना पर ट्रेकिंग कर रही है। जब उसे भूख लगती है, तो वह अपने मोबाइल से खाना ऑर्डर करती है। कुछ समय बाद, एक ड्रोन उसके पास खाना लेकर आता है।

अद्भुत दृश्य का अनुभव

यह दृश्य देखने में बेहद आश्चर्यजनक है। वीडियो में स्पष्ट रूप से दिखाया गया है कि ड्रोन लैंडिंग पैड की ओर बढ़ता है, जहां एक बड़ा क्यूआर कोड बना हुआ है, ताकि ड्रोन सही स्थान पर उतर सके। कुछ ही पलों में, पैकेज लड़की तक पहुँचता है और वह उसे खोलकर सबवे का खाना निकालती है।

खाने की स्थिति भी उत्तम थी। पैकेट खोलते ही वह पहला कौर लेती है और उसके चेहरे पर संतोष झलकता है, जो यह दर्शाता है कि खाना ताजा और स्वादिष्ट था। यह डिलीवरी न केवल तेज थी, बल्कि गुणवत्ता में भी बेहतरीन साबित हुई।

भविष्य की झलक

यह घटना चीन के बदालिंग सेक्शन में हुई, जो ग्रेट वॉल का सबसे प्रसिद्ध हिस्सा है। यहाँ अब पर्यटकों के लिए ड्रोन डिलीवरी सेवा शुरू की गई है। जरूरत पड़ने पर लोग पानी, स्नैक्स या खाना मंगवा सकते हैं और कुछ ही मिनटों में डिलीवरी प्राप्त कर सकते हैं।

वीडियो देखें

यह वीडियो यह भी दर्शाता है कि भविष्य में यात्रा और जीवन कितना बदल सकता है। संभव है कि आने वाले समय में ऐसी सेवाएं अन्य कठिन स्थानों पर भी शुरू हों, जहाँ पहुँच पाना मुश्किल होता है। शायद एक दिन ऐसा भी आए जब लोग पहाड़ की चोटी या जंगल में बैठकर आराम से खाना ऑर्डर कर सकें।