डोनाल्ड ट्रंप के व्यापार नीतियों का वैश्विक बाजार पर प्रभाव

डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद से उनके व्यापारिक निर्णयों ने वैश्विक बाजारों में हलचल मचा दी है। उन्होंने टैरिफ को लागू किया, जिससे अमेरिका और अन्य देशों को नुकसान हुआ। हाल ही में, उन्होंने भारत के साथ व्यापार समझौते की संभावनाओं पर चर्चा की। जानें कि ट्रंप के निर्णयों का वैश्विक व्यापार पर क्या प्रभाव पड़ सकता है और भारत की स्थिति क्या है।
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डोनाल्ड ट्रंप के व्यापार नीतियों का वैश्विक बाजार पर प्रभाव

ट्रंप का व्यापारिक दृष्टिकोण

जब से डोनाल्ड ट्रंप जनवरी में अमेरिका के राष्ट्रपति बने हैं, तब से उन्होंने कई असामान्य निर्णय लिए हैं। पहले उन्होंने एक झटके में वैश्विक टैरिफ को लागू किया, जिससे अमेरिका और अन्य देशों के बाजारों को नुकसान हुआ। हालांकि, अमेरिका को होने वाले नुकसान को देखते हुए उन्होंने अपने निर्णय को कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया और सभी देशों को 9 जुलाई 2025 तक की समय सीमा दी। हाल ही में, ट्रंप ने इस समय सीमा को बढ़ाने या न बढ़ाने की संभावना पर चर्चा की।


ट्रंप का इंटरव्यू और भारत का महत्व

फॉक्स न्यूज के ‘संडे मॉर्निंग फ्यूचर्स’ कार्यक्रम में ट्रंप ने मारिया बार्टिरोमो के साथ बातचीत की। इस इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि उन्हें टैरिफ में बदलाव की आवश्यकता होगी, लेकिन वह ऐसा कर सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि भारत उन देशों में से एक है जो एक व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने के करीब है, जो भारत के लिए महत्वपूर्ण है।


ट्रेड डील्स की समय सीमा

ट्रंप ने कहा कि उनका प्रशासन व्यापार डील की समय सीमा को अपनी आवश्यकताओं के अनुसार बढ़ा या घटा सकता है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने पत्रकारों से कहा कि वह समय सीमा को और छोटा करना चाहते हैं और सभी को सूचित करना चाहते हैं कि वे 25% टैक्स का भुगतान कर रहे हैं।


अमेरिकी राष्ट्रपति के व्यापारिक निर्णय

इस वर्ष की शुरुआत में, ट्रंप और उनकी टीम ने कई देशों के साथ व्यापार डील्स के लिए बड़े योजनाएं बनाई थीं। उनका उद्देश्य व्यापार घाटे को कम करना और व्यापार में आने वाली बाधाओं को समाप्त करना है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि वे जो व्यापार डील्स करना चाहते हैं, वे कितनी व्यापक होंगी। ट्रंप ने ब्रिटेन के साथ एक बड़ी डील का उल्लेख किया है, लेकिन उसमें कई महत्वपूर्ण मुद्दे अभी भी अनसुलझे हैं।


टैरिफ का संभावित प्रभाव

यदि ट्रंप टैरिफ में कोई छूट नहीं देते हैं और सभी देशों पर निर्धारित टैरिफ लागू करते हैं, तो भारत सहित अन्य देशों पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। टैरिफ में वृद्धि से अमेरिका में सामान बेचना महंगा हो जाएगा, जिससे बिक्री में कमी आ सकती है। यदि बिक्री में गिरावट आती है, तो इसका सीधा असर उन देशों की आर्थिक स्थिति पर पड़ेगा जो निर्यात करते हैं।