डोनाल्ड ट्रंप का दावा: भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध रोका, हो सकता था परमाणु संघर्ष

ट्रंप का बयान
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष को रोकने का श्रेय लिया। उन्होंने कहा कि उन्होंने व्यापार को एक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया, जिससे दोनों देशों ने तुरंत युद्ध रोक दिया। ट्रंप ने यह भी बताया कि यदि अमेरिका हस्तक्षेप नहीं करता, तो भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध परमाणु स्तर तक जा सकता था।
भारत और पाकिस्तान के नेताओं की प्रशंसा
ट्रंप ने कहा, "मैंने कुछ ऐसा किया जो लोग नहीं बताते, और मैं भी ज्यादा नहीं बताता, लेकिन हमने एक बड़ा मुद्दा हल किया, जो कि भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु समस्या थी। मैंने पाकिस्तान और भारत से बात की, उनके नेता बहुत अच्छे हैं, लेकिन वे एक-दूसरे पर बम गिराने के लिए तैयार थे।"
रूस का समर्थन
इस बीच, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सहायक यूरी उशाको ने ट्रंप के दावे का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि भारत-पाकिस्तान संघर्ष को ट्रंप की व्यक्तिगत भागीदारी से हल किया गया। उशाको ने बताया कि इस मुद्दे पर ट्रंप और पुतिन के बीच टेलीफोन पर बातचीत हुई थी।
भारतीय प्रतिक्रिया
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि अमेरिकी उपराष्ट्रपति जे.डी. वांस के साथ बैठक के दौरान भारत ने ट्रंप के मध्यस्थता के दावे को स्पष्ट किया। थरूर ने कहा, "बैठक बहुत अच्छी थी, हमने अपनी स्थिति स्पष्ट की और उपराष्ट्रपति वांस ने हमारे बिंदुओं को पूरी तरह से समझा।"
ऑपरेशन सिंदूर
भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर चलाया, जिसमें पाकिस्तान और पीओजेके में आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाया गया। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान की आक्रामकता का प्रभावी जवाब दिया और उसके एयरबेस पर हमला किया। दोनों देशों ने पाकिस्तान के डीजीएमओ द्वारा अपने भारतीय समकक्ष को किए गए कॉल के बाद सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति जताई।