डोडा ज़िले में संदिग्ध विस्फोट और राजनीतिक तनाव की स्थिति

डोडा ज़िले में विस्फोट की घटना
गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के डोडा ज़िले में एक संदिग्ध विस्फोट ने क्षेत्र में दहशत फैला दी। अधिकारियों के अनुसार, यह विस्फोट डुमरी मोहल्ला में जमाई मस्जिद के निकट हुआ। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुँचकर जांच शुरू कर दी है और इस मामले में दो व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है।
इस बीच, आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक मेहराज मलिक की गिरफ्तारी के बाद डोडा ज़िले में तनाव बढ़ गया है। उन्हें जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जन सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत हिरासत में लिया था।
मेहराज मलिक की गिरफ्तारी और उसके परिणाम
मलिक, जो डोडा ज़िला विकास परिषद के चुनाव में विजयी हुए थे, के खिलाफ एक सरकारी अधिकारी के प्रति अभद्र भाषा का आरोप लगाया गया था। डोडा के उपायुक्त हरविंदर सिंह ने कहा कि मलिक के भड़काऊ भाषण और 'फेसबुक लाइव' का दुरुपयोग जनता को भड़काने और सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ने के लिए किया जा रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन द्वारा की गई हर वैध कार्रवाई, चाहे वह डोडा में हो या जम्मू में, झूठ फैलाने और युवाओं को भड़काने का अवसर देती है।
डोडा में तनाव और सुरक्षा उपाय
जम्मू-कश्मीर में मेहराज मलिक की गिरफ्तारी के बाद प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच हिंसक झड़पें हुईं, जिससे 80 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया। इसके परिणामस्वरूप, डोडा ज़िले और उसके आस-पास के क्षेत्रों में तनाव बढ़ गया।
डोडा में तीसरे दिन भी निषेधाज्ञा लागू रही, और एहतियात के तौर पर मोबाइल इंटरनेट और वाईफाई सेवाएं निलंबित कर दी गईं। प्रशासन ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 लागू कर बिना अनुमति के लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया।
स्थिति की निगरानी
अधिकारियों ने बताया कि रात भर स्थिति शांत रही और किसी नए विरोध प्रदर्शन की सूचना नहीं मिली। सुरक्षाकर्मी सतर्कता बरत रहे हैं, और डोडा शहर, भद्रवाह, गंडोह और थाथरी के आसपास भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं।