डॉक्टर ने मूड स्विंग को समझा डिप्रेशन, MRI में सामने आया खतरनाक ट्यूमर

एक व्यक्ति के मूड स्विंग को डॉक्टर ने डिप्रेशन समझा, लेकिन जब MRI कराई गई, तो एक खतरनाक ब्रेन ट्यूमर का पता चला। रिचर्ड वेस्ट की कहानी में जानें कैसे उन्होंने अपनी स्थिति का सामना किया और जागरूकता फैलाने के लिए क्या कदम उठाए। यह मामला हमें याद दिलाता है कि शरीर में होने वाले छोटे बदलावों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
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डॉक्टर ने मूड स्विंग को समझा डिप्रेशन, MRI में सामने आया खतरनाक ट्यूमर

मूड स्विंग का गंभीर संकेत

शरीर में होने वाले मामूली बदलावों को अक्सर लोग नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन क्या होगा अगर आपका मूड स्विंग या हल्का सिरदर्द किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो? एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक व्यक्ति के बार-बार होने वाले मूड स्विंग को डॉक्टर ने डिप्रेशन समझ लिया। जब उसकी MRI कराई गई, तो जो सच सामने आया, उसने सभी को चौंका दिया। उसके ब्रेन में धीरे-धीरे एक ट्यूमर विकसित हो रहा था, जो बिना किसी बड़े लक्षण के अपना असर दिखा रहा था.


रिचर्ड वेस्ट का अनुभव

64 वर्षीय रिचर्ड वेस्ट ने कोविड लॉकडाउन के बाद अपने व्यवहार में अचानक बदलाव महसूस किया। वह चिड़चिड़े, असामाजिक और भूलने वाले हो गए। डॉक्टरों ने इसे 'लॉकडाउन डिप्रेशन' मानकर एंजायटी के लिए दवा दी। लेकिन उनकी स्थिति तब और बिगड़ गई जब उन्हें 'साइकोलॉजिकल ब्रेकडाउन' हुआ। इसके बाद जब MRI कराई गई, तो रिपोर्ट ने सभी को चौंका दिया। उनकी ब्रेन की लेफ्ट फ्रंटल लोब में 7 सेंटीमीटर का ट्यूमर पाया गया.


सर्जरी और रिकवरी

रिचर्ड का यह ट्यूमर मेनिंजियोमा था, जो ब्रेन के प्रोटेक्टिव लेयर में शुरू होता है। यह नॉन-कैंसरस होता है, लेकिन अगर समय पर इलाज न किया जाए, तो यह जानलेवा हो सकता है। रिचर्ड ने जून 2022 में सर्जरी करवाई, जिसके बाद उनकी स्थिति में तुरंत सुधार हुआ। उन्होंने बताया कि सर्जरी के बाद उनके शरीर के दर्द और जकड़न खत्म हो गए। वह फिर से चल-फिर सकते थे, पढ़ सकते थे और बात कर सकते थे। ऐसा लगा जैसे उन्हें नई जिंदगी मिली हो.


स्ट्रोक और जागरूकता का प्रयास

हालांकि, जनवरी 2024 में उन्हें स्ट्रोक हुआ, जिसने उनकी स्थिति को और गंभीर बना दिया। MRI रिपोर्ट में पता चला कि उनका ट्यूमर फिर से बढ़ने लगा है। इसके बाद उन्हें छह हफ्ते तक रेडियोथेरेपी से गुजरना पड़ा और अब उनकी नियमित जांच हो रही है। ब्रेन ट्यूमर के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए, रिचर्ड ने एक म्यूजिक इवेंट आयोजित करने की योजना बनाई है। इससे जुटाए गए धन को ब्रेन ट्यूमर रिसर्च और मानसिक स्वास्थ्य चैरिटी के लिए दान किया जाएगा.


मेनिंजियोमा के लक्षण

ब्रेन ट्यूमर चैरिटी के अनुसार, मेनिंजियोमा सभी ब्रेन ट्यूमर के 27 प्रतिशत मामलों में पाया जाता है। हालांकि, यह सामान्य है, लेकिन अगर इसका समय पर इलाज न किया जाए तो यह घातक हो सकता है। इसके लक्षणों में सिरदर्द, दृष्टि में बदलाव, सुनने में कमी, दौरे और शरीर के अंगों की कमजोरी शामिल हो सकते हैं। रिचर्ड का कहना है कि ब्रेन ट्यूमर न केवल शारीरिक, बल्कि मानसिक रूप से भी व्यक्ति को प्रभावित करता है। उन्होंने कहा कि यह बीमारी बहुत क्रूर है और लोगों की जिंदगियों को बुरी तरह प्रभावित करती है। यही वजह है कि वह जागरूकता फैलाने और रिसर्च के लिए फंड जुटाने पर ध्यान दे रहे हैं.