डॉ. शाहीन शाहिद की गिरफ्तारी: जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी मॉड्यूल का खुलासा
डॉ. शाहीन की गिरफ्तारी का मामला
पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद (JeM) से संबंधित एक "सफेदपोश" आतंकवादी मॉड्यूल के मामले में, डॉ. शाहीन शाहिद को पिछले हफ्ते फरीदाबाद में गिरफ्तार किया गया। उन्होंने एक फ़र्ज़ी पते पर पंजीकृत सिम कार्ड का उपयोग किया था। सूत्रों के अनुसार, डॉ. शाहीन, जो अल-फलाह विश्वविद्यालय के छात्रावास में निवास करती थीं, ने हरियाणा के धौज में स्थित एक मस्जिद के पते का उपयोग कर सिम कार्ड प्राप्त किया।
सिम कार्ड का उपयोग और परिवार का पता
यह सिम कार्ड वह नंबर था जिसका उपयोग वह सबसे अधिक करती थीं। जांच में यह भी सामने आया कि डॉ. शाहीन ने अपने पिता का लखनऊ में निवास पता नहीं बताया, बल्कि अपने भाई परवेज़ अंसारी का पता दिया। उन्हें उत्तर प्रदेश पुलिस और आतंकवाद निरोधक दस्ते ने इस हफ्ते की शुरुआत में लखनऊ में उनके घर पर छापेमारी के बाद हिरासत में लिया था।
डॉ. शाहीन के यात्रा रिकॉर्ड की जांच
डॉ. शाहीन के यात्रा रिकॉर्ड
डॉ. शाहीन के यात्रा रिकॉर्ड की जांच से पता चला कि उन्होंने 2013 में कानपुर में अपनी नौकरी छोड़ने के बाद कुछ समय थाईलैंड की यात्रा की थी। इसके अलावा, लगभग दो महीने पहले, वह अपने भाई परवेज अंसारी से मिलने लखनऊ गई थीं, जिसके बाद दोनों कानपुर गए। इस गतिविधि पर उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ते और खुफिया टीमों की नजर है।
डॉ. शाहीन का आतंकवादी नेटवर्क में योगदान
डॉ. शाहीन कौन हैं?
प्रारंभिक जांच से यह स्पष्ट हुआ है कि डॉ. शाहीन को भारत में जैश-ए-मोहम्मद (JeM) की महिला शाखा की स्थापना और संचालन का कार्य सौंपा गया था। यह शाखा जमात-उल-मोमिनीन के बैनर तले काम करती है, जो महिलाओं की भर्ती और संचालन गतिविधियों पर केंद्रित है। जांच एजेंसियों का मानना है कि उनका उद्देश्य देश में महिलाओं के नेतृत्व में कट्टरपंथ और भर्ती नेटवर्क बनाना था, जो चरमपंथी प्रभाव को बढ़ाने के लिए एक रणनीतिक प्रयास है। इसके अलावा, एजेंसियों को संदेह है कि डॉ. शाहीन को यह कार्यभार जैश-ए-मोहम्मद के संस्थापक मसूद अजहर की बहन सादिया अजहर से मिला होगा।
