डेंगू से सुरक्षा: जानें बचाव और उपचार के उपाय

डेंगू के बढ़ते मामलों पर चिंता
जयपुर। राजस्थान में डेंगू के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है, जिससे कई परिवार अपने प्रियजनों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। एडीज़ एजिप्टी मच्छर द्वारा फैलने वाला यह रोग, यदि सावधानी न बरती जाए, तो गंभीर परिणाम दे सकता है। हालांकि, कुछ सरल उपायों से परिवार डेंगू के खतरे को कम कर सकते हैं और सुरक्षित रह सकते हैं।
सुरक्षा के उपाय
पूरे कपड़े पहनना, विशेषकर सुबह और शाम के समय, जब डेंगू मच्छर सबसे सक्रिय होते हैं, एक प्रभावी उपाय है। मच्छरदानी का उपयोग करना, मच्छर भगाने वाली दवाओं का प्रयोग करना और खिड़कियों तथा दरवाजों को बंद रखना भी मच्छरों के काटने से बचने में सहायक हो सकता है।
पानी के संचय से बचें
डेंगू फैलाने वाले मच्छर साफ, ठहरे हुए पानी में पनपते हैं। कूलर, बाल्टियों, छत की टंकियों, गमलों या बेकार टायरों में थोड़े से पानी का जमा होना भी प्रजनन स्थल बन सकता है। हर 2 से 3 दिन में पानी को खाली करें, सुखाएँ या बदलें और पानी की टंकियों को हमेशा ढक कर रखें। यदि पानी नहीं निकाला जा सकता है, तो उसमें मिट्टी के तेल की कुछ बूँदें डालें। ये छोटे उपाय मच्छरों के प्रजनन चक्र को तोड़ने में मदद कर सकते हैं।
डेंगू के लक्षणों पर ध्यान दें
डेंगू के लक्षण अक्सर शुरुआत में भ्रामक हो सकते हैं। इसलिए, अचानक तेज़ बुखार, सिरदर्द, आँखों के पीछे दर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, चकत्ते, मतली या उल्टी जैसे चेतावनी संकेतों के प्रति सतर्क रहना आवश्यक है। यदि लगातार उल्टी, मसूड़ों से खून आना, पेट में तेज़ दर्द या असामान्य थकान जैसे लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें। डेंगू में खुद से दवा न लें और एस्पिरिन या आइबुप्रोफेन जैसी दर्द निवारक दवाओं का सेवन न करें, क्योंकि ये स्थिति को और बिगाड़ सकती हैं।
विशेष सावधानियाँ
बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले व्यक्तियों को डेंगू का सबसे अधिक खतरा होता है। उन्हें मच्छरों के काटने से बचाने के लिए अतिरिक्त सावधानी बरतना आवश्यक है, चाहे वे घर पर हों, स्कूल में या बाहर। डेंगू से लड़ाई केवल परिवार का काम नहीं है। हर घर को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि पानी जमा न हो। व्यक्तिगत सावधानियों के साथ-साथ, फॉगिंग, कचरा प्रबंधन और सतर्क पड़ोसियों के रूप में कार्य करना भी डेंगू के प्रकोप को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण हो सकता है।
डॉक्टर की सलाह
“एक डॉक्टर के रूप में, मैं देखता हूँ कि जब कोई प्रियजन डेंगू के कारण अस्पताल में भर्ती होता है, तो परिवार भारी तनाव से गुजरता है, जबकि अधिकांश मामलों में इससे बचा जा सकता था। मेरा संदेश सरल है: अपने बच्चों की सुरक्षा करें, बुजुर्गों का ध्यान रखें और सुनिश्चित करें कि आपके घर में या उसके आस-पास मच्छरों को पनपने का मौका न मिले। यदि कोई चेतावनी के संकेत दिखाई दें, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें, कृपया देर न करें। रोकथाम हमेशा इलाज से बेहतर होती है, और डेंगू के मामले में, यह जीवन रक्षक हो सकती है। जागरूकता, सतर्कता और रोज़मर्रा के साधारण उपायों से परिवार खुद को सुरक्षित रख सकते हैं और अपने समुदाय को डेंगू से सुरक्षित रहने में मदद कर सकते हैं।”
डॉ. प्रवीण कनौजिया
एडिशनल डायरेक्टर, इंटरनल मेडिसिन, फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हॉस्पिटल, जयपुर