डी.के. शिवकुमार ने प्रज्वल रेवन्ना के मामले में जद (एस) और भाजपा की चुप्पी पर उठाए सवाल

प्रज्वल रेवन्ना को मिली आजीवन कारावास की सजा
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने दुष्कर्म के एक मामले में जनता दल (सेक्युलर) के पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना को आजीवन कारावास की सजा सुनाए जाने के बाद जद (एस) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं की चुप्पी पर सवाल उठाए।
विशेष अदालत ने शनिवार को रेवन्ना (34) को बलात्कार के मामले में उसके शेष जीवन के लिए कारावास की सजा सुनाई।
नयी दिल्ली में संवाददाताओं से बात करते हुए शिवकुमार ने कहा कि जद(एस) के नेता और उनके सहयोगी भाजपा इस मुद्दे पर टिप्पणी करने में सक्षम हैं, और उन्होंने यह जानने की कोशिश की कि वे क्यों चुप हैं।
शिवकुमार ने कहा, 'उन्हें इस पर बोलने का अधिकार है। जद(एस) के प्रदेश अध्यक्ष (एच डी कुमारस्वामी), राष्ट्रीय अध्यक्ष (एच डी देवेगौड़ा), युवा अध्यक्ष (निखिल कुमारस्वामी), भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष (बी.वाई. विजयेंद्र), विपक्ष के नेता (आर अशोक) और केंद्रीय मंत्रियों को इस पर अपनी राय देनी चाहिए। वे इस पर चुप क्यों हैं? यह उनका कर्तव्य है।'
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शिवकुमार ने कहा, 'अगर हम इस मुद्दे पर बोलते हैं, तो इसे राजनीति के रूप में देखा जाएगा। हम कानून का सम्मान करते हैं और चाहते हैं कि लोगों को न्याय मिले।'
प्रज्वल को सजा सुनाए जाने वाला मामला 48 वर्षीय महिला से संबंधित है, जो हासन जिले के होलेनरसीपुरा में घरेलू सहायिका के रूप में कार्यरत थी। वर्ष 2021 में उसके साथ कथित तौर पर दो बार बलात्कार किया गया, और आरोपी ने इस कृत्य को अपने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड किया।
इस बीच, धारवाड़ में भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि अदालत ने सभी पहलुओं पर विचार करते हुए निर्णय लिया है और इसे सम्मानित किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, 'सभी को अदालत के आदेश को स्वीकार करना चाहिए। जब आरोप सामने आए थे, तब हमने कहा था कि यदि कोई गलती हुई है, तो कानून के अनुसार सजा दी जाएगी। अब जब अदालत ने अपना फैसला सुनाया है, तो सभी को इसे मान लेना चाहिए। आगे के विकल्प संबंधित पक्षों पर छोड़ दिए गए हैं।'
जोशी ने कहा, 'हमारा समाज महिलाओं को सम्मान की दृष्टि से देखता है। अदालत ने सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद अपना फैसला सुनाया है।'