डायबिटीज के प्रारंभिक लक्षण: पहचानें और बचें

डायबिटीज के लक्षण और सावधानियाँ
डायबिटीज आज के समय में एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या बन चुकी है, जो आनुवंशिकता, जीवनशैली और गलत खानपान के कारण होती है। यदि किसी व्यक्ति को एक बार यह बीमारी हो जाती है, तो उसे जीवनभर इसके साथ रहना पड़ सकता है।
डायबिटीज के मरीजों के लिए आवश्यक परहेज
डायबिटीज से ग्रसित व्यक्तियों को मीठे खाद्य पदार्थों से दूर रहना चाहिए, अपनी जीवनशैली में बदलाव लाना चाहिए और शुगर लेवल बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन कम करना चाहिए। इस बीमारी के लक्षणों को पहचानकर पहले से ही सावधानी बरतना आवश्यक है। होम्योपैथ और न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. स्मिता भोईर पाटिल ने इंस्टाग्राम पर शुगर के प्रारंभिक लक्षणों के बारे में जानकारी साझा की है।
डायबिटीज के प्रारंभिक लक्षण
स्किन टैग: डायबिटीज की शुरुआत में गर्दन, हाथों के बगल या कमर पर स्किन टैग बन सकते हैं, जो इंसुलिन रेजिस्टेंस से जुड़े होते हैं।
त्वचा का काला होना: शरीर पर पिग्मेंटेशन या काले धब्बे, विशेषकर गर्दन, अंडरआर्म्स और जांघों के अंदर, इंसुलिन रेजिस्टेंस के संकेत होते हैं।
बार-बार संक्रमण: बढ़े हुए ब्लड शुगर के कारण बार-बार संक्रमण होने की संभावना बढ़ जाती है, खासकर यीस्ट या स्किन इंफेक्शन का खतरा।
घावों का धीमा भरना: उच्च ब्लड शुगर लेवल रक्त प्रवाह को प्रभावित कर सकता है, जिससे घावों के भरने में समय लग सकता है।
बार-बार पेशाब आना: उच्च शुगर लेवल के कारण बार-बार पेशाब आने की समस्या हो सकती है, जिससे डिहाइड्रेशन और प्यास लगने की समस्या बढ़ सकती है।
मीठा खाने की क्रेविंग: इंसुलिन हार्मोन में बदलाव के कारण मीठा खाने की इच्छा बढ़ सकती है, क्योंकि शरीर ग्लूकोज का सही उपयोग नहीं कर पाता।
पेट की चर्बी बढ़ना: इंसुलिन रेजिस्टेंस के कारण पेट की चर्बी तेजी से बढ़ सकती है, जो टाइप 2 डायबिटीज का संकेत है।
यदि आपको इनमें से कोई लक्षण दिखाई देते हैं, तो इन्हें नजरअंदाज न करें। तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और उचित उपचार से खुद को डायबिटीज से बचाएं।
अस्वीकृति: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य जानकारी के लिए है और यह किसी चिकित्सा उपचार का विकल्प नहीं हो सकती। अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें या किसी विशेषज्ञ की सलाह लें।