डाकघर की मासिक आय योजना: हर महीने मिले ₹9250, जानें कैसे करें निवेश
डाकघर की मासिक आय योजना
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम
महंगाई के इस दौर में घर के खर्चों को संभालना एक चुनौती बन गया है। खासकर उन लोगों के लिए जिनकी आय का कोई निश्चित स्रोत नहीं है, जैसे सेवानिवृत्त वरिष्ठ नागरिक। ऐसे में, अगर आपको हर महीने एक निश्चित तारीख को एक निश्चित राशि अपने बैंक खाते में मिलती है, तो यह कितनी राहत की बात होगी। भारतीय डाकघर ने इसी जरूरत को ध्यान में रखते हुए एक सुरक्षित योजना बनाई है, जिसे 'मासिक आय योजना' (Post Office Monthly Income Scheme) या पीओएमआईएस के नाम से जाना जाता है। यह योजना उन निवेशकों के लिए आदर्श है जो बिना किसी जोखिम के नियमित आय चाहते हैं।
हर महीने ₹9250 की सुनिश्चित आय, जानें गणित
डाकघर की यह मासिक आय योजना (POMIS) एक सरल निवेश प्रक्रिया पर आधारित है। इसमें आपको एक बार में एक निश्चित राशि जमा करनी होती है। इस राशि पर सरकार द्वारा निर्धारित ब्याज दर के अनुसार जो वार्षिक ब्याज बनता है, उसे 12 महीनों में बांटकर हर महीने आपके खाते में भेजा जाता है। वर्तमान में, इस योजना पर 7.40 प्रतिशत की आकर्षक वार्षिक ब्याज दर मिल रही है।
अब सवाल यह है कि आप कितनी राशि कमा सकते हैं? मान लीजिए, यदि कोई व्यक्ति अकेले इस योजना में निवेश करता है, तो वह अधिकतम 9 लाख रुपये जमा कर सकता है। इस राशि पर 7.40% की दर से उन्हें हर महीने 5,550 रुपये की निश्चित आय प्राप्त होगी। लेकिन, यदि आप यह खाता अपने जीवनसाथी के साथ मिलकर खोलते हैं, तो यह योजना और भी लाभकारी हो जाती है। संयुक्त खाते में निवेश की सीमा 15 लाख रुपये तक बढ़ जाती है। यदि कोई दंपत्ति मिलकर 15 लाख रुपये का निवेश करता है, तो उन्हें हर महीने 9,250 रुपये की राशि प्राप्त होगी। यह राशि सीधे उनके पोस्ट ऑफिस बचत खाते में आती है, जिसे वे आसानी से निकाल सकते हैं या अपने खर्चों के लिए उपयोग कर सकते हैं।
5 साल बाद पूरी राशि सुरक्षित वापस
नए निवेशकों के लिए सबसे बड़ा सवाल अपनी मूल जमापूंजी की सुरक्षा है। पीओएमआईएस की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह केंद्र सरकार की योजना है, जिसका मतलब है कि आपके पैसे पर 100% सरकारी गारंटी है। यह एक निश्चित आय वाली योजना है, इसलिए इसका शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव से कोई संबंध नहीं है। आपका निवेश पूरी तरह से सुरक्षित रहता है।
इस योजना की परिपक्वता अवधि 5 वर्ष है। आपने जो 9 लाख या 15 लाख रुपये जमा किए हैं, वह 5 साल के लिए लॉक-इन हो जाते हैं। इस दौरान आपको हर महीने ब्याज का पैसा मिलता रहता है। जैसे ही 5 साल पूरे होते हैं, आपकी पूरी निवेशित राशि (मूलधन) आपको वापस लौटा दी जाती है। इसका मतलब है कि 5 साल तक आपने हर महीने ब्याज का लाभ उठाया और अंत में आपकी पूरी पूंजी भी सुरक्षित वापस मिल गई।
