ठाणे में बुजुर्ग महिला से तीन करोड़ रुपये की ठगी, तीन आरोपी गिरफ्तार

महिला से ठगी का मामला
महाराष्ट्र के ठाणे शहर में एक 61 वर्षीय महिला के साथ तीन करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में एक अंतरराष्ट्रीय धोखाधड़ी गिरोह से जुड़े तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है।
अधिकारियों ने रविवार को इस घटना की जानकारी दी। पुलिस के अनुसार, महिला को 13 अगस्त, 2024 को एक फोन आया, जिसमें कॉल करने वाले ने खुद को कुरियर कंपनी का कर्मचारी बताया।
जालसाज ने महिला को बताया कि उसने उसका एक पार्सल जब्त किया है, जिसमें एक लैपटॉप, 140 ग्राम मादक पदार्थ, थाइलैंड का पासपोर्ट, तीन क्रेडिट कार्ड और चार किलोग्राम कपड़े शामिल हैं।
इसके बाद, एक अन्य व्यक्ति ने फोन किया और महिला की पहचान सत्यापित करने के लिए खुद को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) का अधिकारी बताया।
पुलिस ने कहा कि आरोपी ने महिला को कुछ फर्जी दस्तावेज दिखाए और उसे 'डिजिटल अरेस्ट' में रखकर पैसे भेजने के लिए मजबूर किया। महिला ने दो अलग-अलग राष्ट्रीयकृत बैंकों के खातों में कुल 3.04 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए।
ठाणे के पुलिस उपायुक्त पराग मानेरे ने बताया कि आरोपियों ने उच्च पदस्थ अधिकारियों के रूप में महिला का विश्वास जीता। इस मामले में भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
ठाणे साइबर पुलिस की गहन जांच में यह पाया गया कि यह ठगी एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह से संबंधित है। पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने पीड़िता से वसूली गई रकम में से 82.46 लाख रुपये विदेश भेजे, जिसे अमेरिकी डॉलर में बदला गया।
जांच के आधार पर, 19 जून को तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें मुंबई की एक सहकारी ऋण संस्था के अध्यक्ष किशोर बंसीलाल जैन (63), वस्त्र और आभूषण व्यवसाय से जुड़े महेश पवन कोठारी (36) और कॉस्मेटिक व्यवसाय से जुड़े धवल संतोष भालेराव (26) शामिल हैं।
मानेरे ने कहा कि आरोपियों ने महिला को धोखा देने के लिए पूरी योजना बहुत सोच-समझकर बनाई थी।