ट्रंप ने चीन पर टैरिफ को 90 दिन के लिए टाला, भारत पर बढ़ाई सख्ती

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन से आयातित सामानों पर टैरिफ को 90 दिनों के लिए स्थगित करने का निर्णय लिया है, जबकि भारत पर टैरिफ बढ़ा दिया गया है। यह कदम अमेरिका और चीन के बीच व्यापार तनाव को कम करने के प्रयास के तहत उठाया गया है। ट्रंप की व्यापार नीतियों में निरंतर बदलाव से व्यवसायों के लिए भविष्यवाणी करना कठिन हो गया है। जानें इस फैसले का वैश्विक बाजार पर क्या प्रभाव पड़ेगा और सोयाबीन जैसे कृषि उत्पादों की कीमतों पर इसका असर कैसे होगा।
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ट्रंप ने चीन पर टैरिफ को 90 दिन के लिए टाला, भारत पर बढ़ाई सख्ती

ट्रंप के टैरिफ पर नया फैसला

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को चीन से आयातित वस्तुओं पर अमेरिकी टैरिफ को 90 दिनों के लिए स्थगित करने का निर्णय लिया है। एक व्हाइट हाउस अधिकारी के अनुसार, यह टैरिफ मंगलवार से लागू होने वाले थे, लेकिन अब इसे नवंबर के मध्य तक बढ़ा दिया गया है। यह निर्णय अमेरिका और चीन के बीच जुलाई में स्टॉकहोम में हुई व्यापार वार्ता के बाद लिया गया। ट्रंप ने चीन के सामानों पर 145 प्रतिशत तक टैरिफ लगाया था, जिसके जवाब में चीन ने अमेरिकी उत्पादों पर 125 प्रतिशत तक टैरिफ लगाया।


टैरिफ का प्रभाव

इस स्थगन का मतलब है कि चीन से अमेरिका आने वाले सामानों पर अब केवल 30 प्रतिशत टैरिफ लगेगा, जबकि चीन अमेरिका से 10 प्रतिशत टैरिफ लेगा। इसके साथ ही, ट्रंप ने भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की है, जिसमें 25 प्रतिशत टैरिफ रूस के तेल खरीदने के लिए शामिल है.


ट्रंप की व्यापार नीतियों में बदलाव

मई में, दोनों देशों ने जेनेवा में पहली बार बातचीत के बाद टैरिफ को रोकने का निर्णय लिया था। अमेरिका ने अपने टैरिफ को 30 प्रतिशत तक कम किया, जबकि चीन ने अपने टैरिफ को 10 प्रतिशत तक घटाया। ट्रंप की व्यापार नीतियां अक्सर अचानक बदलती हैं, जिससे व्यवसायों के लिए भविष्यवाणी करना कठिन हो जाता है।


व्यापार तनाव को कम करने की कोशिश

रविवार को, ट्रंप ने कहा कि वह चाहते हैं कि चीन अमेरिका से सोयाबीन की खरीद को तेजी से चार गुना बढ़ाए। उन्होंने ट्रुथ सोशल पर लिखा कि इससे अमेरिका के साथ चीन का व्यापार घाटा कम होगा। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि चीन ने इस पर सहमति दी है या नहीं।


भविष्य की अनिश्चितता

ट्रंप की नीतियों में निरंतर बदलाव से व्यापारी और व्यवसायी असमंजस में रहते हैं। यह 90 दिन का विस्तार दोनों देशों के बीच व्यापार तनाव को कम करने का प्रयास है, लेकिन भविष्य में क्या होगा, यह अभी भी अनिश्चित है। यह जानकारी व्यापार और अर्थव्यवस्था से जुड़े लोगों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि ट्रंप और चीन के बीच व्यापार वार्ता वैश्विक बाजार को प्रभावित करती है।