ट्रंप के टैरिफ नीति के खिलाफ भारत और अन्य देशों की स्थिति

ट्रंप की टैरिफ नीति से वैश्विक व्यापार में हलचल
हाल ही में, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी टैरिफ नीति के कारण अंतरराष्ट्रीय व्यापार में उथल-पुथल मचा दी है। इस नीति के तहत, अमेरिका ने अपने व्यापारिक साझेदारों पर 10% से लेकर 50% तक के टैरिफ लागू किए हैं, जो 7 अगस्त से प्रभावी होंगे।
भारत: दबाव के बावजूद टिका रहा
भारत उन देशों में शामिल है जिन्होंने ट्रंप की सभी शर्तों को मानने से इनकार कर दिया है, जिसके परिणामस्वरूप अमेरिका ने 25% का टैरिफ लगाया है। इस निर्णय के पीछे भारत की रूस से तेल और हथियारों की खरीद को एक मुख्य कारण माना जा रहा है। ट्रंप ने इस पर नाराजगी जताई और भारत को संभावित दंड की चेतावनी दी, लेकिन भारत ने स्पष्ट किया है कि वह अपने निर्णय राष्ट्रहित में करेगा।
चीन: पलटवार करने वाला प्रमुख देश
चीन और अमेरिका के बीच टैरिफ युद्ध सबसे गंभीर रहा है। अमेरिका ने चीन पर 145% तक का टैरिफ लगाया, जबकि चीन ने भी जवाब में अमेरिका पर 125% का टैरिफ लगाया। हालांकि, अब दोनों देशों के बीच टैरिफ पर बातचीत जारी है।
ब्राजील: WTO का सहारा लेने की तैयारी
ब्राजील पर अमेरिका ने 50% का टैरिफ लगाया है, लेकिन राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा ने अमेरिका के दबाव में झुकने से इनकार कर दिया है। ब्राजील इस मुद्दे को विश्व व्यापार संगठन (WTO) में ले जाने की योजना बना रहा है।
कनाडा: सीमित जवाब, पर छूट भी
कनाडा पर अमेरिका ने 35% का टैरिफ लगाया है, जो 1 अगस्त से लागू हुआ। हालांकि, USMCA के कारण अधिकांश कनाडाई उत्पादों को छूट मिली है। कनाडा ने भी अमेरिका पर जवाबी टैरिफ लगाए हैं, जिससे यह अमेरिका की टैरिफ नीति का विरोध करने वाले देशों में शामिल हो गया है।