ट्रंप का दावा: भारत-पाक सीजफायर में निभाई अहम भूमिका

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर की तारीफ करते हुए दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ट्रंप का कहना है कि मुनीर ने लाखों लोगों की जान बचाई है। यह बयान उन्होंने गाजा शांति योजना पर चर्चा करते समय दिया। हालांकि, भारत ने हमेशा इस बात का खंडन किया है कि सीजफायर में किसी तीसरे पक्ष की कोई भूमिका थी। जानें इस विवादास्पद बयान के पीछे की पूरी कहानी।
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ट्रंप का दावा: भारत-पाक सीजफायर में निभाई अहम भूमिका

ट्रंप ने मुनीर की तारीफ की

ट्रंप का दावा: भारत-पाक सीजफायर में निभाई अहम भूमिका

असीम मुनीर ने की ट्रंप की तारीफ


अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर से अपने दावे को दोहराते हुए कहा है कि पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर ने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ट्रंप के अनुसार, मुनीर ने यह भी कहा कि उन्होंने लाखों लोगों की जान बचाई है। यह बयान ट्रंप ने गाजा शांति योजना पर चर्चा करते समय दिया।


भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष के बाद, 10 मई को दोनों देशों ने सीजफायर की घोषणा की थी। ट्रंप ने इस सीजफायर का श्रेय लेते हुए कहा था कि उन्हें इस प्रयास के लिए नोबेल पुरस्कार मिलना चाहिए।


मुनीर का बयान: लाखों जानें बचाईं

ट्रंप ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख असीम मुनीर और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के साथ अपनी हालिया मुलाकात का जिक्र करते हुए कहा कि मुनीर ने सभी उपस्थित लोगों से कहा कि ट्रंप ने युद्ध को रोककर लाखों लोगों की जान बचाई है। मुनीर ने चेतावनी दी कि यदि युद्ध होता, तो परिणाम भयानक होते।


गाजा शांति योजना पर चर्चा

ट्रंप ने गाजा शांति योजना में अपनी सफलता का उल्लेख करते हुए कहा कि यह सबसे बड़ा विवाद सुलझाने का प्रयास है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि यह सब हमास की सहमति पर निर्भर करता है। ट्रंप ने बताया कि सभी अरब और मुस्लिम देश इस पर सहमत हो चुके हैं, और इजराइल भी इस योजना का समर्थन कर रहा है।


भारत-पाक युद्ध को रोकने का दावा

ट्रंप ने गाजा शांति समझौते की तुलना भारत-पाकिस्तान के विवादों से करते हुए कहा कि उन्होंने कई युद्धों को सुलझाया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और भारत दोनों शक्तिशाली देश हैं और उन्होंने इन दोनों के बीच विवाद को सुलझाने में मदद की। हालांकि, भारत ने हमेशा इस बात का खंडन किया है कि सीजफायर में किसी तीसरे पक्ष की कोई भूमिका थी।