टीम इंडिया के लिए संकट: ये 3 खिलाड़ी बन गए हैं बोझ

भारतीय क्रिकेट टीम ने लीड्स टेस्ट में 5 विकेट से हार का सामना किया, जिससे टीम ने एक शर्मनाक रिकॉर्ड बनाया। इस हार के बाद, चयनकर्ताओं ने तीन खिलाड़ियों को चारों टेस्ट मैचों में मौका नहीं देने का निर्णय लिया है। जानें कौन हैं ये खिलाड़ी और उनके प्रदर्शन के बारे में।
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टीम इंडिया के लिए संकट: ये 3 खिलाड़ी बन गए हैं बोझ

लीड्स टेस्ट में हार का सामना

टीम इंडिया के लिए संकट: ये 3 खिलाड़ी बन गए हैं बोझ
भारतीय क्रिकेट टीम को लीड्स टेस्ट में 5 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ, टीम ने एक अनोखा रिकॉर्ड बनाया है। 148 साल के टेस्ट इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि किसी टीम ने पांच शतक बनाए, फिर भी उसे हार का सामना करना पड़ा। इस हार के बाद भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों में काफी निराशा है।


खिलाड़ियों की प्रदर्शन पर नाराजगी

न केवल क्रिकेट प्रशंसक, बल्कि चयनकर्ता और कप्तान शुभमन गिल भी खिलाड़ियों के प्रदर्शन से असंतुष्ट हैं। पहले टेस्ट मैच में हार के लिए तीन खिलाड़ियों को जिम्मेदार ठहराया गया है। गंभीर और गिल ने यह तय किया है कि इन खिलाड़ियों को चारों टेस्ट मैचों में मौका नहीं दिया जाएगा। आइए जानते हैं ये तीन खिलाड़ी कौन हैं।


प्रसिद्ध कृष्णा

प्रसिद्ध कृष्णा

टीम इंडिया के लिए संकट: ये 3 खिलाड़ी बन गए हैं बोझ

तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा का प्रदर्शन काफी महंगा साबित हुआ। उन्होंने दोनों पारियों में 6 से अधिक की इकॉनमी रेट से रन दिए। पहली पारी में उन्होंने 20 ओवर में 128 रन दिए (इकॉनमी 6.40)। हालांकि उन्होंने कुल 5 विकेट लिए, लेकिन उनकी महंगी गेंदबाजी ने टीम पर दबाव डाला। पूर्व क्रिकेटर इरफान पठान ने भी उनकी इकॉनमी रेट की आलोचना की।


शार्दुल ठाकुर

शार्दुल ठाकुर

शार्दुल ठाकुर से बल्ले और गेंद दोनों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी, लेकिन वह पूरी तरह से फ्लॉप रहे। पहली पारी में उन्होंने 1 और दूसरी में 4 रन बनाए। गेंदबाजी में भी वह उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे, पहली पारी में कोई विकेट नहीं ले पाए और महंगे साबित हुए। दूसरी पारी में 2 विकेट लेने के बावजूद उनकी इकॉनमी रेट अधिक रही।


साई सुदर्शन

साई सुदर्शन

साई सुदर्शन ने अपने टेस्ट डेब्यू में पहली पारी में शून्य पर आउट होने के बाद दूसरी पारी में 30 रन बनाए, लेकिन वह अपनी पारी को बड़े स्कोर में नहीं बदल पाए। इसके अलावा, भारत का निचला क्रम दोनों पारियों में बुरी तरह ढह गया। पहली पारी में अंतिम सात विकेट केवल 41 रनों पर गिरे, जबकि दूसरी पारी में अंतिम छह विकेट सिर्फ 31 रनों पर गिरे। कप्तान शुभमन गिल ने स्वीकार किया कि निचले क्रम के बल्लेबाजों का फेल होना हार का एक महत्वपूर्ण कारण था।