टीम इंडिया की हार का असली कारण: करुण नायर नहीं, ये खिलाड़ी बन रहा बोझ

टीम इंडिया की चुनौती

टीम इंडिया: भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला में भारतीय टीम को दो मैचों में हार का सामना करना पड़ा है। अब भारतीय टीम के लिए आगे का रास्ता कठिन हो गया है। यदि टीम को श्रृंखला में जीत हासिल करनी है, तो उन्हें बचे हुए दोनों मैच जीतने होंगे। इसके लिए कोच गौतम गंभीर और कप्तान को टीम की कमजोरियों को पहचानना होगा।
टीम की कमजोर कड़ी
वर्तमान में टीम की सबसे कमजोर कड़ी बल्लेबाज करुण नायर माने जा रहे हैं। नायर और नीतीश कुमार रेड्डी लगातार रन बनाने में असफल रहे हैं। लेकिन इन दोनों के बीच एक ऐसा खिलाड़ी है जो टीम की हार का मुख्य कारण बन रहा है।
करुण-रेड्डी नहीं, ये खिलाड़ी है असली समस्या
भारतीय टीम को इंग्लैंड के खिलाफ दो मैचों में हार का सामना करना पड़ा है, जिससे इंग्लिश टीम श्रृंखला में 2-1 की बढ़त बना चुकी है। भारतीय टीम की हार के लिए सभी खिलाड़ियों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है, जिनमें करुण नायर और नीतीश कुमार रेड्डी शामिल हैं।
यशस्वी जायसवाल की भूमिका
करुण नायर और नीतीश कुमार रेड्डी बल्ले से रन बनाने में असफल रहे हैं। दोनों को कई मौके दिए गए, लेकिन उन्होंने निराश किया। नायर ने 6 पारियों में केवल 131 रन बनाए हैं और उनके बल्ले से एक भी अर्धशतक नहीं आया है। वहीं, नीतीश कुमार रेड्डी ने 4 पारियों में महज 45 रन बनाए हैं। लेकिन इन खिलाड़ियों के पीछे एक और खिलाड़ी है, जो छुपा हुआ है, वह युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल हैं।
यशस्वी का प्रदर्शन
यशस्वी का बल्ला
यशस्वी जायसवाल भी पिछले कुछ पारियों में असफल रहे हैं। इस श्रृंखला में उनका बल्ला केवल 2 पारियों में चला है, जबकि बाकी 4 पारियों में वह असफल रहे हैं। लीड्स मैच में उन्होंने एक शतक बनाया था, लेकिन उसके बाद बर्मिंघम में एक अर्धशतक आया। इसके बाद से उनका बल्ला शांत रहा है।
मैनचेस्टर टेस्ट की चुनौती
महत्वपूर्ण मुकाबला
यशस्वी जायसवाल जैसे बल्लेबाज के लिए इस स्थिति में गलतियों की कोई गुंजाइश नहीं है। वह शॉर्ट सेलेक्शन में असफल हो रहे हैं। लॉर्ड्स टेस्ट में भी वह गलत शॉट खेलकर आउट हो गए। लेकिन मैनचेस्टर टेस्ट में उनसे ऐसी गलती की उम्मीद नहीं की जा रही है, क्योंकि यह मैच भारत के लिए करो या मरो वाला होगा। यदि चौथे टेस्ट में भारतीय टीम कोई चूक करती है, तो इंग्लिश टीम श्रृंखला पर कब्जा कर लेगी, जो भारतीय टीम नहीं चाहती।